CSJMU Kanpur आने वाले हर मरीज पर होगा शोध, उच्चीकृत होगा हेल्थ साइंसेज डिपार्टमेंट
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ साइंसेज और स्वास्थ्य केंद्र में फिजियोथेरेपी व कई तरह की जांचें होती हैं जिनका अब आनलाइन डाटा बनाने की तैयारी की जा रही है। छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ अपना शोध कार्य शुरू कर सकेंगे।
कानपुर, [समीर दीक्षित]। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि (सीएसजेएमयू) परिसर स्थित स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले हर मरीज पर अब शोध किया जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह फैसला विवि के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने लिया है। स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले सभी मरीजों का डाटा मैनुअल की जगह आनलाइन अपलोड होगा ताकि मरीज का पूरा रिकार्ड विवि के पास रहे। इससे शोध कार्य के दौरान मरीज को मुहैया कराए गए इलाज से आंकड़े तैयार किए जा सकेंगे।
दरअसल, विवि के स्वास्थ्य केंद्र में फिजियोथेरेपी, एचबीवनएसी समेत कई तरह की जांचें की जाती हैं। समय-समय पर मरीज भी यहां आकर अपना इलाज कराते हैं। ऐसे ही मरीजों पर यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ साइंसेज (यूआइएचएस) के छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ अपना शोध कार्य शुरू कर सकेंगे।
विभाग को उच्चीकृत करने की तैयारी
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ साइंसेज और स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. प्रवीण कटियार ने बताया कि विभाग को उच्चीकृत करने की तैयारी है। फिजियोथेरेपी सेंटर व स्वास्थ्य केंद्र के लिए जरूरी नई मशीनें मंगाने का प्रस्ताव कुलपति को भेज दिया गया है। जल्द ही ओपीडी व अन्य कार्य शुरू होंगे।
ये मशीनें आएंगी
-फुली आटोमैटिक एनालाइजर
-क्वागुलेटिव एनालाइजर
-इलेक्ट्रिक लाइट एनालाइजर
-एचबीवनएसी एनालाइजर
-ड्यूअल फ्रीक्वेंसी अल्ट्रासाउंड थेरेपी यूनिट
-एक्सरसाइजर बाइक वल्र्ड अल्टरनेटर
-डीटीएस ट्रांजेक्शन यूनिट सिक्स ई
-अल्ट्रासाउंड जेल व काटन स्वास्थ्य केंद्र आने वाले हर मरीज का डाटा अब आनलाइन तैयार होगा। विभाग को भी अपग्रेड करा रहे हैं। जब मरीजों का डाटा होगा तो निश्चित तौर पर छात्र-छात्राएं उन पर शोध कर सकेंगे। -प्रो. विनय पाठक, कुलपति