CSJMU Kanpur: विवि कैंपस में पीएसी का कैंप, कुलपति ने पुलिस आयुक्त को भेजा था पत्र
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में छात्रों के गुटों के बीच टकराव को देखते हुए कुलपति ने पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर पीएसी जवानों की तैनाती का अनुरोध किया था। अब जल्द ही परिसर में पीएसी का कैंप नजर आएगा।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में कक्षाओं का संचालन होने के साथ ही छात्रों के झगड़े शुरू हो गए हैं। कुछ दिनों पहले बीबीए व बीटेक छात्रों के बीच तो इतनी मारपीट हुई थी, कि छात्रों के सिर फट गए थे। झगड़ों के अलावा अक्सर ही कई मुद्दों पर छात्र एकजुट होकर गेट पर हंगामा व प्रदर्शन करते रहते हैं।
ऐसी स्थितियां हमेशा न रहें, इसके लिए अब सीएसजेएमयू कैंपस में पीएसी लगाई जाएगी। विवि के कुलपति प्रो.विनय पाठक ने कुछ दिनों पहले पुलिस आयुक्त असीम अरुण को पत्र भेजकर पीएसी की मांग की थी। दरअसल अभी जो मौजूदा समय में विवि में निजी सुरक्षा गार्ड हैं, वह छात्रों से भिड़ तो जाते हैं। मगर, छात्रों को उनका बहुत अधिक भय नहीं रहता। गार्डों की मौजूदगी के बावजूद, बाहरी छात्र कैंपस में आकर मारपीट करते हैं।
हालांकि, अब पीएसी लगने से छात्रों के बीच झगड़े कम होंगे, ऐसा विवि के प्रशासनिक अफसरों का मानना है। विवि के चीफ प्राक्टर प्रो.संजय स्वर्णकार ने कहा कि विवि में छात्रों के बीच अनुशासन विकसित करना, हमारी पहली प्राथमिकता है। बोले, जो छात्र लगातार झगड़े में शामिल होंगे, उन्हें चिन्हित करने के बाद सख्त कार्रवाई होगी।
कुछ दिन पहले भी हो चुकी मारपीट
विवि में आफलाइन क्लास शुरू होने के बाद दो गुट आमने सामने आ गए थे। बताया गया था कि आफलाइन क्लास से शुरू हुई खुन्नस आनलाइन क्सास शुरू होने पर खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई थी। दो गुटों के बीच हुई मारपीट में कई छात्र जख्मी हुए थे। इसमें बाहरी छात्रों के परिसर में आकर मारपीट करने की बात कही गई थी। विवि प्रशासन ने प्रकरण की जांच कराई थी। इसके बाद बाहरी युवकों के आने की पुष्ट नहीं हुई थी बल्कि कैंपस के छात्रों के बीच मारपीट की बात सामने आई थी।
-इन दिनों छात्रों की आवाजाही अधिक है। अक्सर ही बाहरी छात्र भी कैंपस में आ जाते हैं। स्थितियों को देखते हुए विवि परिसर में अब पीएसी तैनात रहेगी। -प्रो. विनय पाठक, कुलपति, सीएसजेएमयू
-सीएसजेएमयू कुलपति से पीएसी को लेकर बात हो गई थी। गुरुवार को ही कैंपस में पीएसी बल भिजवा दिया जाएगा। -असीम अरुण, पुलिस आयुक्त