CSJMU Kanpur के शोधार्थियों को बड़ी राहत, थीसिस जमा करने की तारीख आगे बढ़ाई
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना महामारी के चलते पीएचडी करने वाले छात्रों को राहत दी है। शाेधार्थियों को थीसिस जमा करने के लिए अभी अतिरिक्त समय दे दिया है। यूजीसी नियमों के तहत हर छह माह में जमा करनी होती है प्रगति आख्या।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि से वर्ष 2014 में जिन छात्र-छात्राओं ने अपनी पीएचडी शुरू की थी, और जिन्हें 31 मार्च 2021 तक अपनी थीसिस जमा करनी थी। अब वह सभी छात्र-छात्राएं 31 दिसंबर तक थीसिस जमा कर सकेंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए विवि प्रशासन ने छात्रों को करीब छह माह का अतिरिक्त समय दे दिया है।
विवि के कुलसचिव डॉ.अनिल यादव की ओर से इस संबंध में अकादमिक इंचार्ज को पत्र जारी कर दिया गया है। कुलसचिव ने कहा, कि इस मामले की जानकारी सभी छात्रों को वाट्सएप व अन्य माध्यमों से दे दी जाए। दरअसल यूजीसी के नियमों के तहत न्यूनतम तीन और अधिकतम पांच वर्षों में छात्र-छात्राओं की पीएचडी पूरी हो जानी चाहिए। हालांकि कुछ कारणों के चलते अभी विवि में वर्ष 2014 से पीएचडी में पंजीकृत होने वाले छात्र-छात्राएं अपनी थीसिस जमा नहीं कर सके। ऐसे में उनकी अंतिम तिथि 31 मार्च के बाद समाप्त हो चुकी थी, पर कोरोना महामारी को देखते हुए विवि प्रशासन ने उन्हें छह माह का और समय दे दिया।
जुलाई 2021 तक जमा करें छमाही प्रगति आख्या
यूजीसी के नए नियमों के मुताबिक पीएचडी करने वाले छात्रों को अब हर छह माह में अपनी प्रगति आख्या विवि में जमा करनी होती है। कई ऐसे शोधार्थी थे, जिन्हें अप्रैल 2021 तक अपनी छमाही प्रगति आख्या विवि में जमा करनी थी। हालांकि अब उन्हें भी विवि प्रशासन ने जुलाई 2021 तक का समय दे दिया है।