वेबिनार में सब्जियों की संरक्षित खेती से उद्यमिता विकास करना सिखाएगा सीएसए, विशेषज्ञ भी होंगे शामिल

इसमें भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के पदाधिकारी वैज्ञानिक और संरक्ष्रित खेती करने वाले विशेषज्ञ शामिल होंगे। विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले जिलों के छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया जा रहा है। डॉ. डीआर सिंह ने बताया कि संरक्षित खेती से किसानों को लाभ मिल रहा है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 09:15 AM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 09:15 AM (IST)
वेबिनार में सब्जियों की संरक्षित खेती से उद्यमिता विकास करना सिखाएगा सीएसए, विशेषज्ञ भी होंगे शामिल
सब्जियों के निर्यातोन्मुखी उत्पादन के विकास का मार्ग प्रशस्त किया

कानपुर, जेएनएन। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सब्जियों की संरक्षित खेती के माध्यम से उद्यमिता विकास करना सिखाएगा। किसानों और युवाओं को शिमला मिर्च, टमाटर, गोभी, खीरा, आलू समेत अन्य सब्जियों का मूल्य संवर्धन कर उनकी गुणवत्ता बढ़ाने का फॉर्मूला दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय वेबिनार से होगा, जिसका शुभारंभ छह जुलाई हो रहा है।

कुलपति डॉ. डीआर सिंह इसके संरक्षक हैं। इसमें भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के पदाधिकारी, वैज्ञानिक और संरक्ष्रित खेती करने वाले विशेषज्ञ शामिल होंगे। विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले जिलों के छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया जा रहा है। डॉ. डीआर सिंह ने बताया कि संरक्षित खेती से किसानों को लाभ मिल रहा है। सब्जियों के प्रबंधन में गड़बड़ी, मौसम और रोग की वजह से नुकसान भी होता है। भारतीय सब्जियों का बाजार वर्ष 2017 में 130 बिलियन रुपये का था, जबकि 2023 तक 394 बिलियन रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। भारतीय सब्जियों का बाजार वर्ष 2017 में 130 बिलियन रुपये का था, जबकि 2023 तक 394 बिलियन रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।व्यापार नीतियों के उदारीकरण ने सब्जियों के निर्यातोन्मुखी उत्पादन के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।

यह स्पीकर होंगे शामिल : आइसीएआर के पूर्व वीसी डॉ. बलराज सिंह, आइसीएआर दिल्ली के डॉ. प्रभात कुमार, राजीव कुमार सिंह, आइसीएआर के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. राजेश कुमार, डॉ. बीएस तोमर, पीएयू लुधियाना के निदेशक डॉ. राजिंदर सिंह, आइसीएआर-अटारी जोधपुर के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. राज नारायण सिंह, आइसीएआर वाराणसी के डॉ. टी चौबे का व्याख्यान होगा। डॉ. मीनाक्षी कुमारी और डॉ. सौरभ तोमर आर्गेनाइजिंग टीम के सदस्य हैं। 

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