आइसीएआर की रैंकिंग में गिरा सीएसए विवि का स्थान, 16 पायदान नीचे खिसका

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि इस बार वार्षिक रैंकिंग प्रणाली में वर्ष 2019 की अपेक्षा 16 पायदान नीचे खिसक कर 59वें स्थान पर पहुंचा गया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने देश कृषि विवि की रैंकिंग सूची जारी की है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 09:05 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:05 AM (IST)
आइसीएआर की रैंकिंग में गिरा सीएसए विवि का स्थान, 16 पायदान नीचे खिसका
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने रैंकिंग सूची जारी की।

कानपुर, जागरण संवाददाता। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) की ओर से की जाने वाली वार्षिक रैंकिंग प्रणाली में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) का स्थान नीचे गिरा है। वर्ष 2019 की रैंकिंग में जहां संस्थान 43वां स्थान पर था, वहीं वर्ष 2020 में इसका स्थान 59वां आया है। इसका कारण विवि में शैक्षिक स्तर में गिरावट और संस्थान में आए दिन झगड़े फसाद को माना जा रहा है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से हर वर्ष देश में स्थित 67 कृषि, बागवानी, पशु चिकित्सा विश्वविद्यालयों के बीच रैंकिंग कराई जाती है। इसमें शिक्षा क्षेत्र के क्रियाकलापों के साथ ही विशेषज्ञ संस्थान में मौजूद संसाधनों, छात्रों के सर्वांगीण विकास कार्यक्रमों व अन्य अनुसंधानों को ध्यान में रखकर मूल्यांकन करते हैं। वर्ष 2019 की रैंकिंग में सीएसए विवि को देश भर में 43वां स्थान मिला था, लेकिन वर्ष 2020 में संस्थान 16 पायदान नीचे खिसककर 59वें स्थान पर आ गया है। यह रैंकिंग प्रक्रिया इसी वर्ष पांच सितंबर को शुरू हुई थी और परिणाम तीन दिसंबर को जारी किया गया है।

विवि के कुलपति प्रो. डीआर सिंह ने बताया कि रैंकिंग कम होने के कई कारण हैं। संस्थान में केवल 18 फीसद शिक्षक रह गए हैं। इसके चलते अध्यापन कार्य भी प्रभावित हुआ है। शिक्षकों की संख्या पूरी करने के लिए वैकेंसी निकाली गई है। 15 दिसंबर तक आने वाले आवेदनों के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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