फतेहपुर में बारिश के कारण 10 हजार बीघे फसल जलमग्न, जीएमआर कंपनी के दफ्तर में हंगामा
शहर से लेकर आसपास के गांवों का पानी बड़े पुल से होकर एकारी रमवां की तरफ जाता है। यह पानी रेलवे लाइन के उस पार जा सके इसके लिए एक पुलिया बनी है। जीएमआर के अतिक्रमण के कारण जल निकाली की व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
फतेहपुर, जेएनएन। रेलवे फ्रेट कारीडोर का निर्माण करा रही जीएमआर कंपनी का एकारी गांव में दफ्तर है। कंपनी की गिट्टी, मौरंग व निर्माण सामग्री के कारण एकारी सहित 12 गांवों में बारिश का पानी रेलवे लाइन के उस पार नहीं जा रहा है। लगातार बारिश के कारण इन गांवों में करीब दस हजार बीघे फसल जलमग्न हो गई है। खेतों में चार-चार फीट पानी भरा हुआ है। सोमवार को एकजुट ग्रामीणों ने कंपनी के दफ्तार में हंगामा किया तो कंपनी के कर्मचारियों ने बुलडोजर लगाकर रेलवे पुलिया की सफाई शुरू कराई, जिसके बाद कुछ पानी कम हुआ।
शहर से लेकर आसपास के गांवों का पानी बड़े पुल से होकर एकारी, रमवां की तरफ जाता है। यह पानी रेलवे लाइन के उस पार जा सके इसके लिए एक पुलिया बनी है। जीएमआर के अतिक्रमण के कारण जल निकाली की व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। पानी रेलवे लाइन के उस पार नहीं निकल पा रहा है। रमवां, एकारी, बुधइयापुर, मदरियापुर, मुगलचक,बीबीहाट,बिलंदा, जयचंदपुर, फैजुल्लापुर गांवों के खेतों में पानी चार-चार फीट तक भर गया है। सोमवार को प्रधानपति एकारी कमल साहू और अतरहा प्रधान रोहित यादव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विरोध किया। यहां कंपनी के जीएम एके बाजपेई के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए।