कानपुर में नौकरी के बहाने महिलाओं को खाड़ी देश भेजने वाले दो मानव तस्कर गिरफ्तार, गिरोह के अन्य एजेंटों की तलाश जारी

Human Trafficking from Kanpur नौ अप्रैल को उन्नाव कांशीराम कॉलोनी निवासी राजमिस्त्री रामू ने कर्नलगंज थाने में शिकायत कर बताया था कि कॉलोनी की एक महिला ने कर्नलगंज निवासी अतीकुर्रहमान और इफ्तिखाराबाद निवासी मुजम्मिल से पत्नी की पहचान कराई थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 08:42 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:42 PM (IST)
कानपुर में नौकरी के बहाने महिलाओं को खाड़ी देश भेजने वाले दो मानव तस्कर गिरफ्तार, गिरोह के अन्य एजेंटों की तलाश जारी
महिलाओं को खाड़ी देश भेजने का झांसा देने वाले मानव तस्कर।

कानपुर, जेएनएन। Human Trafficking from Kanpur नौकरी का झांसा देकर महिलाओं को ओमान, कतर, कुवैत, सऊदी अरब आदि खाड़ी देशों में भेजने वाले गिरोह के दो मानव तस्करों को क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। चार दिन पूर्व ओमान में बंधक उन्नाव की 40 वर्षीय महिला के पति ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा लिखाया था। आरोपितों ने बताया है कि उन्होंने एक वर्ष में 19 महिलाओं को खाड़ी देशों में भेजा है। पुलिस ने उन महिलाओं को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय व उन देशों के भारतीय दूतावासों से संपर्क किया है। साथ ही गिरोह के बेंगलुरु (कर्नाटक), दिल्ली, पंजाब राज्यों में मौजूद बड़े एजेंटों की तलाश की जा रही है।

ये है मामला: नौ अप्रैल को उन्नाव कांशीराम कॉलोनी निवासी राजमिस्त्री रामू ने कर्नलगंज थाने में शिकायत कर बताया था कि कॉलोनी की एक महिला ने कर्नलगंज निवासी अतीकुर्रहमान और इफ्तिखाराबाद निवासी मुजम्मिल से पत्नी की पहचान कराई थी। दिसंबर में अतीकुर्रहमान ने उनकी पत्नी को ओमान के अस्पताल में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। रामू को भी समझाया और 40 हजार रुपये लेकर पत्नी का पासपोर्ट बनवाया। पांच जनवरी को टूरिस्ट वीजा पर पत्नी व दूसरी महिला को ओमान भेज दिया गया। कुछ दिन बाद रामू के पास पत्नी का फोन आया। उन्होंने बताया कि ओमान में एक कफील के छह मंजिला घर पर बंधक बनाकर रखा है। फोन, पासपोर्ट छीन लिया है। विदेशियों के घरों पर जबरन काम कराते हैं, शारीरिक शोषण भी हो रहा है। रामू ने अतीकुर्रहमान व मुजम्मिल से पत्नी को वापस बुलाने के लिए कहा तो आरोपितों ने टिकट के 22 हजार रुपये मांगे। जैसे-तैसे रामू ने रकम उन्हें दी। आरोप है कि आरोपितों ने फिर एक लाख रुपये मांगे और धमकाया कि रकम लाओ, वरना पत्नी को दोबारा नहीं देख पाओगे। तब रामू ने पुलिस से गुहार लगाई और पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी।

इनका ये है कहना: डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि मानव तस्करी के रैकेट का राजफाश हुआ है। अतीकुर्रहमान व मुजम्मिल कई वर्षों से महिलाओं को खाड़ी देश भेज रहे थे। जहां बंधक बनाकर उनका शोषण किया जा रहा है। एक वर्ष में उन्नाव की सात, कानपुर नगर की 11 व गुजरात की एक महिला को उन्होंने ओमान के मस्कट, कतर, कुवैत व सऊदी अरब भेजा है। विदेश मंत्रालय व भारतीय दूतावास से संपर्क किया है। चार महिलाएं पहले वापस आ चुकी हैं। उन्होंने आपबीती बताई है। आरोपितों पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत व मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

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