अब 2-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल, आज से पंजीकरण की शुरुआत

इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च नई दिल्ली से छोटे बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल यूपी में किए जाने की अनुमति मिल गई है। कानपुर में बनाए गए सेंअर में 50 बच्चों पर वैक्सीन ट्रायल किया जाएगा जिसके लिए पंजीकरण शुरू हो गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:54 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:54 AM (IST)
अब 2-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल, आज से पंजीकरण की शुरुआत
बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल सेंटर कानपुर में भी बनाया गया है।

कानपुर, जेएनएन। प्रदेश में छोटे बच्चों पर स्वदेसी कोवैक्सीन के ट्रायल की अनुमति इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) नई दिल्ली से मिलने के बाद ट्रायल की तैयारी शुरू कर दी गई है। 2-6 वर्ष के आयुवर्ग के वालंटियर्स की स्क्रीङ्क्षनग के लिए सोमवार से पंजीकरण शुरू हो रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी, आइसीएमआर और हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के सहयोग से बच्चों के लिए स्वदेसी कोवैक्सीन तैयार की गई है।

फेज वन ट्रायल की सफलता के बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीजीसीआइ) की अनुमति के बाद बच्चों पर दूसरे चरण का ट्रायल शुरू किया गया है। इसमें देश के छह स्थानों पर बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल आइसीएमआर की देखरेख में हो रहा है। इसके तहत देश भर में 450 बच्चों पर ट्रायल किया जाना है, उसमें से शहर के सेंटर पर 50 बच्चों पर ट्रायल किया जाएगा।

ट्रायल के लिए बच्चों की तीन कैटेगरी : स्वदेसी कोवैक्सीन के ट्रायल के लिए बच्चों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है, जिसमें 2-6 वर्ष, 6-12 और 12-18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों पर तैयार कोवैक्सीन का परीक्षण किया जा रहा है।

दो आयु वर्ग के बच्चों पर ट्रायल पूरा

शहर के आर्य नगर स्थित प्रखर हास्पिटल के सेंटर पर 6-12 और 12-18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल किया जा चुका है। उनका डाटा आइसीएमआर को भेजा जा चुका है, जहां से छोटे बच्चों के पंजीकरण की अनुमति दी गई है।

10 बच्चों पर होगा ट्रायल : प्रखर हास्पिटल के वैक्सीन ट्रायल के चीफ गाइड प्रो. जेएस कुशवाहा ने बताया कि आइसीएमआर ने पंजीकरण की अनुमति के बाद सोमवार से 2-6 वर्ष के बच्चों का पंजीकरण शुरू हो रहा है। पंजीकरण के बाद उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। ट्रायल के लिए उपयुक्त पाए जाने पर वालंटियर्स के रूप में चयन कर उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी। ऐसे वालंटियर्स की कोरोना की आरटीपीसीआर जांच और एंटीबाडी जांच के लिए खून का नमूना लिया जाएगा।

उम्र वर्ग : वैक्सीन ट्रायल

12-18 वर्ष : 20

06-12 वर्ष : 20

02-06 वर्ष : 10 (ट्रायल होना है)

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