नकली दूध व केमिकल बरामद दो गिरफ्तार, एक फरार, कानपुर से आ रहा था केमिकल

फतेहपुर जनपद के जोनिहां क्षेत्र में करीब सौ लीटर नकली दूध पकड़ा गया। इस दूध को केमिकल तथा अन्य चीजों से बनाया गया था। खाद्य विभाग की टीम ने दूध के नमूने भरे। टीम को देखते ही आरोपी एक आरोपित यहां से फरार हो गया।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 09:40 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 09:40 PM (IST)
नकली दूध व केमिकल बरामद दो गिरफ्तार, एक फरार, कानपुर से आ रहा था केमिकल
फतेहपुर में पकड़ा गया केमिकल से बना सात सौ लीटर नकली दूध।

कानपुर, जेएनएन। फतेहपुर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त ने मेउना गांव में छापा मारकर 7 सौ लीटर नकली दूध के साथ भारी मात्रा में दूध बनाने का केमिकल व अन्य सामान बरामद किया है। मौके से टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। टीम ने जांच के लिए पांच नमूने एकत्र किए हैं। प्रतिदिन एक हजार लीटर से अधिक नकली दूध बनाकर फतेहपुर, कानपुर भेजा जा रहा था। पुलिस में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

कोतवाली बिंदकी के मेउना गांव में मिलावटी दूध बनाने की सूचना पर बुधवार को खाद्य सुरक्षा आयुक्त प्रयागराज जगदंबा प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में टीम ने छापा मारा। टीम को दूध ले जाते हुए वैन गांव के बाहर ही मिल गई। वैन चालक गांव निवासी अंकित तिवारी को टीम ने पकड़ वैन व उसमें लदा दूध कब्जे में ले लिया। चालक की निशानदेही पर गांव के अंदर निर्माणाधीन मकान में छापा मारा गया। यहां पर दूध के केन, दूध बनाने का केमिकल व अन्य सामान देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए। टीम ने अलग-अलग केन में रखा 700 लीटर दूध के अलावा भारी मात्रा में केमिकल व दूध बनाने का अन्य सामान बरामद किया।

इस कार्रवाई के दौरान दूध लेने आए दूधिए मौके से फरार हो गए। दूध बनाने के काम में संलिप्त गांव के ज्ञान सिंह यादव भी हत्थे चढ़ गया। जबकि उसका भाई श्याम सिंह यादव मौके से फरार हो गया। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सीएल यादव ने बताया कि केमिकल व अन्य सामान के जांच के लिए पांच नमूने लिए गए हैं। दूध में मिलाया जाने वाला केमिकल इतना खतरनाक है कि नमूना लेने के दौरान टीम के सदस्यों के हाथों में फफोले पड़ गए। बरामद सामान, केमिकल, पाउडर, रंग रहित तैलीय पदार्थ, ग्लूकोज की बोरियां, दूध ढोने वाली वैन व दो बाइकें कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दी गई हैं। अनुमान हैं कि प्रतिदिन एक हजार लीटर दूध तैयार कर बिंदकी, फतेहपुर, कानपुर के अलावा बड़े दूध प्लांटों में भेजा जाता था। कोतवाली प्रभारी सत्येंद्र सिंह ने बताया मिलावटी दूध बनाने के तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने दूध को नष्ट करा दिया है।

दस लीटर दूध से 40 लीटर तैयार होता था दूध

केमिकल से दूध तैयार करने का खेल पिछले एक साल से अधिक समय से चल रहा था। 40 लीटर के केन में दस लीटर शुद्ध दूध डाला जाता है। इसके बाद उसमें केमिकल, ग्लूकोज पाउडर आदि डालकर उसे 40 लीटर बना दिया जाता है। केमिकल मिलने के साथ ही हाथ से इसे केन में ही मिलाना होता है। 

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