पार्षदों ने गिनाई स्मार्ट सिटी की खामियां
जागरण संवाददाता, कानपुर : स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में पार्षदों ने कई खामियां गिनाई। अतिक्रमण,
जागरण संवाददाता, कानपुर : स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में पार्षदों ने कई खामियां गिनाई। अतिक्रमण, आवारा जानवर, चंट्टे व ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त किए बिना शहर स्मार्ट नहीं हो सकता है, केवल स्मार्ट सिटी सपना बन जाएगा।
स्मार्ट सिटी, अमृत योजना व स्वच्छ भारत मिशन को लेकर नगर निगम द्वारा लैंडमार्क में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन महापौर प्रमिला पाण्डेय, विधायक नीलिमा कटियार व नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने किया। अफसरों ने पार्षदों को बताया गया कि स्मार्ट सिटी में 2311 करोड़ रुपये के काम कराए जाने हैं। कई काम चल रहे हैं। पूरे शहर पर नजर रखने को कमांड सेंटर बनाया जाएगा। दो हजार कैमरों से एक-एक गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा कूड़ा उठाने के लिए डंप ग्राउंड बनेंगे। वाहन खरीदे जाएंगे, ओपेन जिम पार्क व बृजेन्द्र स्वरूप पार्क में स्टेडियम बनेगा। पार्षदों ने कहा कि शहर के सुधार के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं सुनते आ रहे हैं काम भी शुरू होता है लेकिन फिर कागज में ही पूरा हो जाता है। पार्षद महेन्द्र शुक्ल ने कहा, आवारा जानवर व सूअर हटाए बिना कैसे शहर स्मार्ट हो सकता है। पूरा शहर चिड़ियाघर बन गया है। कुत्ते, बंदर व सांड़ के चलते लोग न तो सड़क पर चल पा रहे हैं और न ही छत पर जा पा रहे हैं। पार्षद नवीन पंडित ने कहा, बिना जलनिकासी व ड्रेनेज सिस्टम के स्मार्ट सिटी अधूरी है। मो. रशीद ने कहा कि समस्याओं का अंबार लगा है, उसका निस्तारण कराया जाए। पार्षद अभिषेक गुप्ता ने कहा कि पहले यह तय हो जाए कि कब तक स्मार्ट सिटी का काम पूरा हो जाएगा। पार्षद सुहैल अहमद ने कहा कि अमृत योजना को कराने की तैयारी है पर तमाम काम जेएनएनयूआरएम में होने थे, उनको भी इस योजना में शामिल किया जा रहा है। इसकी जांच करा ली जाए ताकि गड़बड़ी न रहे। नगर आयुक्त ने कहा, सुझाव पर ध्यान दिया जाएगा। स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान में चार जनवरी से 30 मार्च तक केंद्र की टीम जांच करने आएंगी। वह पार्षदों से भी मिलेगी।