कानपुर में पार्षदों ने कहा...नाला सफाई के नाम पर ढिलाई, बारिश में पड़ जाएगी भारी
अभी भी सभी नाले साफ होना दूर अभी तक सभी नालों पर सफाई तक नहीं शुरू हुई है। पहली बार फरवरी से बड़े नालों की सफाई हो रही है भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने खुद नगर आयुक्त से कह कर रफाका नाला की सफाई करायी
कानपुर, जेएनएन। कागज में शहर के नाले साफ हो रहे है। बरसात में जलभराव होना तय है। पार्षदों ने साफ कहा कि नाला सफाई के नाम पर ढिलाई बरती जा रही है। बारिश में भारी पड़ जाएगा। कोरोना की कहर का फायदा नगर निगम अभियंता और ठेकेदार उठा रहे है। कम मजदूर लगाए जा रहे है कागज में ज्यादा दिखाए जा रहे है। इनकी जांच हो जाए तो खेल का खुलाश हो जाएगा।
नाला सफाई फरवरी माह से चल रही है मई खत्म होने वाला है लेकिन अभी भी सभी नाले साफ होना दूर अभी तक सभी नालों पर सफाई तक नहीं शुरू हुई है। पहली बार फरवरी से बड़े नालों की सफाई हो रही है भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने खुद नगर आयुक्त से कह कर रफाका नाला की सफाई करायी, जबकि नाला पहले से साफ हो रहा था तो फिर अभी तक क्यों नहीं साफ हुआ। मजदूर लगाकर सफाई करायी जा रही है। ठेका जेटीएन कंपनी को दिया गया है।
पार्षद नवीन पंडित, मनोज पांडेय, सुनील कनौजिया, जेपी पाल, रीता पासवान, सुधा सचान, शशि साहू, नीतू मिश्रा, अंजू मिश्रा, राघवेंद्र मिश्र, नीरज बाजपेयी ने बताया कि अभी तक कई जगह नाले नहीं साफ हुए है। पिछले साल मरियमपुर चौराहा, कौशलपुरी, शास्त्रीनगर, चावला मार्केट, किदवईनगर, समेत कई इलाकों में जलभराव हो गया था, लेकिन अभी तक यहां पर नाले साफ नहीं शुरू हुए है। मुख्य अभियंता एसके सिंह ने बताया कि नालों की सफाई करायी जा रही है। जो लापरवाही बरतेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।