Kanpur Sports News: खेलो इंडिया के मिनी स्टेडियम में भ्रष्टाचार, जांच में खुल गया खेल

कानपुर के मकसूदाबाद गांव में बन रहे मिनी स्टेडियम में निर्माण की जांच के लिए सीडीओ द्वारा गठित कमेटी काे घटिया ईंटों का प्रयोग मिला है। पिलर भी मानक के अनुरूप नहीं ढाले गए और सीमेंट में मिट्टी मिलाई गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 07:54 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 07:54 AM (IST)
Kanpur Sports News: खेलो इंडिया के मिनी स्टेडियम में भ्रष्टाचार, जांच में खुल गया खेल
मकसूदाबाद गांव में बन रहा मिनी स्टेडियम।

कानपुर, जेएनएन। कल्याणपुर ब्लाक के मकसूदाबाद गांव में खेलो इंडिया अभियान के तहत निर्माणाधीन मिनी स्टेडियम में भ्रष्टाचार का दीमक लग गया है। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा की गई जांच में घटिया ईंटों का प्रयोग दीवार निर्माण में पाया गया। पिलर मानक के अनुरूप नहीं मिले। पिलर में गिट्टी दिखाई पड़ रही थी तो ढलाई ठीक से न होने से ठोकने पर निर्माण टूटने लगा। जांच टीम इस निष्कर्ष पर पहुंची कि पिलर ढलाई में प्रयुक्त सीमेंट में मिट्टी मिली हुई है। सीडीओ द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट पर महानिदेशक युवा कल्याण ने कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट््स कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, एथलेटिक्स, जूडो, ताइक्वांडो, भारोत्तोलन, कुश्ती खेलों में प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेलो इंडिया के तहत मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। आठ करोड़ की लागत से स्टेडियम का निर्माण 17 दिसंबर 2020 को शुरू हुआ था। मार्च 2022 में ये बनकर पूरा होना है, लेकिन अभी करीब 20 फीसद काम हो पाया है। निर्माण एजेंसी को तीन करोड़ रुपये युवा कल्याण विभाग उपलब्ध करा चुका है। सीडीओ डा. महेंद्र कुमार को शिकायत मिली थी कि निर्माण कार्य में अनियमितता हो रही है। इसके बाद उन्होंने खुद की निगरानी में अफसरों के साथ जांच की। जांच टीम में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता, उप निदेशक युवा कल्याण भी शामिल रहे। जांच टीम ने 13 अगस्त को मुआयना किया तो काम की गुणवत्ता में कमी मिली। अब युवा कल्याण विभाग की महानिदेशक डिंपल वर्मा ने कार्यदायी संस्था के एमडी से कहा है कि वह इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करें। साथ ही समय से निर्माण कार्य पूरा कराएं।

जांच में मिलीं प्रमुख गड़बडिय़ां

-प्लिंथ बीम के नीचे दीवार में क्रैक पाया गया।

-दो ईंट आपस में टकराने के बाद दोनों ही टूट जा रही हैं।

- मिट्टी भराई का कार्य भी मानक से कम पाया गया।

- मौके पर निर्माण सामग्री की जांच के लिए टेस्टिंग लैब नहीं मिली।

-निर्माण में कमियां मिली हैं। महानिदेशक द्वारा जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई के लिए कार्यदायी संस्था के एमडी को कहा गया है। पत्र मिल गया है। निर्माण मानक के अनुरूप हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। -अजय कुमार त्रिवेदी, उप निदेशक युवा कल्याण

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