कानपुर में आरटीओ रहीं सुनीता वर्मा और पूर्व अधिकारी पति पर होगा मुकदमा, जानिए-क्या है पूरा मामला

नोटबंदी के बाद अप्रैल 2017 में आयकर टीम को छापे में 1.25 करोड़ रुपये नकद मिले थे। अब पूर्व महिला अधिकारी व पूर्व वाणिज्यकर अधिकारी पति पर जांच में आय से अधिक संपत्ति जुटाने व भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 07:49 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 08:53 AM (IST)
कानपुर में आरटीओ रहीं सुनीता वर्मा और पूर्व अधिकारी पति पर होगा मुकदमा, जानिए-क्या है पूरा मामला
इनकम टैक्स की टीम ने पूर्व आरटीओ के घर पर छापा मारा था।

कानपुर, [चंद्रप्रकाश गुप्ता]। शहर में संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) रहीं सुनीता वर्मा व उनके पति वाणिज्य कर विभाग के पूर्व ज्वाइंट कमिश्नर रहे डीके वर्मा के खिलाफ जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। विजिलेंस टीम ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ चल रही आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच पूरी करके शासन को रिपोर्ट भेज दी है। जांच में दोनों पर लगे आरोप सही पाए गए हैैं।

दोनों पूर्व अधिकारियों के आवास पर आयकर विभाग ने अप्रैल 2017 को छापा मारा था। इस दौरान उनके घर से 1.25 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे। खास बात ये है कि इस छापेमारी से चंद माह पूर्व आठ नवंबर 2016 को ही नोटबंदी हुई थी। टीम ने दोनों अधिकारियों से इस नकदी का हिसाब मांगा, लेकिन वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके थे। इसके बाद शासन ने दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। साथ ही इसकी जांच उप्र सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) कानपुर यूनिट को सौंपी गई थी। विजिलेंस सूत्रों के मुताबिक दोनों पूर्व अधिकारियों पर आरोप साबित हुए हैं। मुकदमा दर्ज कराने के लिए शासन से जल्द अनुमति मिलने की उम्मीद है। मुकदमा होने के बाद विवेचना में कई और साक्ष्य जुटाए जाएंगे।

आय से 35 फीसद व्यय मिला ज्यादा

सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला कि दोनों अधिकारियों ने कुल आय से 35 फीसद धनराशि ज्यादा व्यय की थी। हालांकि जांच की मांग के लिए भेजे पत्र में दोनों अधिकारियों के खिलाफ तमाम और गंभीर आरोप लगाए गए थे। कुल 15 ङ्क्षबदुओं पर जांच की गई थी, लेकिन इसमें से तमाम आरोप सही नहीं निकले। चूंकि आयकर टीम के छापे में लाखों रुपये की नई करेंसी बरामद हुई, लिहाजा इस ङ्क्षबदु को टीम ने जांच का आधार बनाया था।

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