Coronavirus Vaccine: मेडिकल कॉलेज में शून्य से माइनस बीस डिग्री तापमान में रखी जाएगी स्पूतनिक-वी वैक्सीन
रूसी वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए मेडिकल कॉलेज में ड्रीप फीजर मंगाया गया है। इस डीप फ्रीजर का तापमान 70 डिग्री तक होगा और सोमवार से डॉक्टरों द्वारा वालंटियर को वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी शनिवार को आ जाएगी। वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए पहले से विभाग में पूरा इंतजाम किया जा चुका है। कॉलेज प्रशासन ने फार्मा कंपनी की मदद से ड्रीप फीजर मंगाया है, जिसे मेडिसिन विभाग में स्थापित कर दिया गया है। डीप फ्रीजर का तामपान माइनस 70 डिग्री सेल्सियस तक किया जा सकेगा। हालांकि रूसी वैक्सीन शून्य से माइनस 20 डिग्री तामपान सुरक्षित रहेगी।
मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल परिसर स्थित मेडिसिन विभाग में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी के दूसरे चरण यानी फेज-टू ट्रायल के लिए स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है। स्क्रीनिंग पूरी होने की रिपोर्ट शुक्रवार देर शाम इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) एवं डॉ. रेड्डी लैब को भेजी गई। रिपोर्ट भेजने के बाद कंपनी ने वैक्सीन लखनऊ से शनिवार सुबह यहां भेजे जाने की जानकारी दी है। प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि ट्रायल की तैयारी पूरी कर ली गई है। शनिवार को वैक्सीन आएगी। सोमवार से वालंटियर को यह वैक्सीन लगाई जाएगी।
एचडीयू में वैक्सीन लगाने का इंतजाम
मेडिसिन विभाग में डीप फ्रीजर रखा है। जहां वैक्सीन सुरक्षित रखी जाएगी। वहां से आइस बॉक्स में पैक करके वैक्सीन हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) तक लाई जाएगी। वहां से 30 कदम की दूरी पर स्थित 10 बेड के एचडीयू में वालंटियर को वैक्सीन लगाने का इंतजाम किया गया है। वैक्सीन लगाने के कुछ देर रोकने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा।