Covid news Kanpur: अभी खत्म नहीं हुआ कोरोना, तीसरी लहर को लेकर गर्भवती बरतें सतर्कता
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में गर्भवती और गर्भस्थ शिशु भी प्रभावित हुए हैं। कोरोना की वजह से प्री-मेच्योर डिलीवरी भी अधिक हुईं। फाग्सी ने गर्भवती का वैक्सीनेशन कराने से जच्चा-बच्चा को कोरोना की तीसरी लहर में सुरक्षा मिलने पर जोर दिया है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर अधिक घातक रही। इस दौरान संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी और मौतें भी पहले के मुकाबले दोगुनी हुईं। दूसरी लहर में अधिक गर्भवती चपेट में आई हैं। इसलिए विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका पर गर्भवती महिलाओं को सतर्कता बरतने के लिए कह रहे हैं। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों की राष्ट्रीय स्तर की संस्था फाग्सी ने गर्भवती का वैक्सीनेशन कराने की सुझाव दिया था, जिस पर सरकार ने गर्भवती का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू करा दिया है।
जीएसवीएम के अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा-बच्चा अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड हास्पिटल बनाया गया था। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अस्पताल में आने वाली 70 फीसद गर्भवती में कोरोना के लक्षण पाए गए। हालांकि उनकी जब कोरोना जांच कराई गई तो पुष्टि नहीं हुई।
पहली में एक व दूसरी लहर में छह की मौत : पहली लहर में जहां एक कोरोना संक्रमित गर्भवती ने इलाज के दौरान दम तोड़ा था, वहीं दूसरी लहर में छह गर्भवती की इलाज के दौरान सांसें थम गईं।
गर्भस्थ के मौत के मामले भी बढ़े : कोरोना की दूसरी के दौरान गर्भ में शिशु के मौत के मामले भी बढ़ गए। समय से पहले प्रसव यानी प्री-मेच्योर डिलीवरी भी अधिक हुईं। कोरोना की वजह से बढ़ी इन जटिलताओं से विशेषज्ञ भी हैरान रह गए।
अबतक की स्थिति
464 गर्भवती संक्रमित हुईं मार्च 2021 तक
112 गर्भवती अप्रैल में कोरोना संक्रमित हुईं
40 गर्भवती मई में संक्रमण की चपेट में आईं
05 गर्भवती जून में संक्रमण की चपेट में आईं
-कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। इसे ध्यान में रखते हुए गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाई जाने लगी है। इससे गर्भवती ही नहीं, उनके गर्भस्थ शिशु को भी सुरक्षा मिलेगी। इसके साथ ही वे मास्क लगाएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें। भीड़भाड़ में जाने से बचें। -प्रो. किरन पांडेय, विभागाध्यक्ष स्त्री एवं प्रसूति रोग जीएसवीएम