IIT Kanpur के प्राेफेसर के रिसर्च में सामने आया Coronavirus का सच, यूपी में कब होगा पीक टाइम

पूरे देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने अपना प्रसार तेजी से बढ़ाना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के बाद यूपी भी अब बुरी तरह से संक्रमण की चपेट में आ चुका है लखनऊ और कानपुर समेत कई शहरों में केस तेजी से बढ़ रहे हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 01:30 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 08:03 PM (IST)
IIT Kanpur के प्राेफेसर के रिसर्च में सामने आया Coronavirus का सच, यूपी में कब होगा पीक टाइम
प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने तैयार किया कोरोना ग्राफ।

कानपुर, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर की तेजी पकड़ रखी है, महाराष्ट्र और यूपी समेत कई राज्य चपेट में हैं। यूपी में सबसे ज्यादा गंभीर हालात राजधानी लखनऊ में हैं, जहां रोजाना होने वाली मौत लोगों को झकझोर रही हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के इस दूसरी लहर के खत्म होने को लेकर जहां एक ओर लोग दुआएं कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कोरोना के पीक की संभावित तिथि का दावा किया है। उन्होंने अपनी एक रिसर्च से देश के सभी राज्यों में अलग अलग कोरोना का पीक टाइम और ग्राफ गिरने की तारीख का अनुमान लगाया है। उनका दावा है कि यह कोरोना वायरस सात दिन तक अधिक प्रभावी रहेगा।

राज्यों का अलग अलग ग्राफ तैयार किया

आइआइटी कानपुर के प्रोफोसर मणींद्र अग्रवाल ने देश के जिन राज्याें में कोरोना वायर ज्यादा कहर बरपा रहा है, वहां के केस और वायरस का अध्ययन करते हुए डेट वाइज ग्राफ तैयार किया है। हर राज्य के लिए अगल ग्राफ तैयार करते हुए कोरोना का पीक टाइम और ग्राफ गिरने की संभावित तिथि दर्शाते हुए दावा किया है। उन्होंने राज्यवार ग्राफ अपने ट्वीटर अकाउंट पर भी साझा किए हैं।

यूपी में 20 से 25 अप्रैल तक पीक पर रहेगा कोरोना

प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का दावा है कि यूपी में प्रतिदिन 10 हजार संक्रमित मरीजों के औसत से 20 से 25 अप्रैल तक कोरोना वायरस का संक्रमण अपने पीक पर रहने वाला है। इसके बाद से ग्राफ फिर से गिरना शुरू हो सकता है। वायरस का प्रसार सात दिनों तक सर्वाधिक रहेगा और फिर धीरे-धीरे केस की संख्या कम होनी शुरू हो सकती है। मौजूदा समय में यूपी में 1,50,676 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, गाजियाबाद, मेरठ, लखीमपुर खीरी और जौनपुर में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं।

प्रोफेसर का राज्यवार ग्राफ में किया दावा

बिहार : ग्राफ के अनुसार बिहार में 20-25 अप्रैल तक कोरोना वायरस पीक पर रहेगा।

तेलंगाना : यहं ग्राफ थोड़ा ऊपर-नीचे है, हालांकि यहां पर भी 20-25 अप्रैल तक पीक पर रहने वाला है।

दिल्ली : पिछले ग्राफ के अनुसार देखा जाए तो 20-25 अप्रैल के दौरान कोरोना संक्रमण चरम पर होगा।

झारखंड : यहां पर भी 25-30 अप्रैल के दौरान कोरोना चरम पर रहने की संभावना है।

राजस्थान : यहां पर भी 25-30 अप्रैल के दौरान कोरोना का पीक समय होगा।

ओडिशा : यहां पर 26-30 अप्रैल तक कोरोना संक्रमण अपनी चरम अवस्था पर होगा।

पंजाब : यहां पर कोरोना वायरस का खतरा चरम पर मंडराता रहा लेकिन नियंत्रण करने के उपायों के चलते ग्राफ जल्दी गिरा है।

आंध्र प्रदेश : यहां पर 1 से 10 मई के बीच संक्रमण चरम पर होगा और दस हजार केस का औसत रहने की आशंका है।

तमिलनाडु : यहां पर फिलहाल खतरा नहीं है लेकिन अध्ययन पर गौर करें तो 11 से 20 मई के बीच कोरोना संक्रमण का चरम हो सकता है।

पश्चिम बंगाल : यहां कोरोना संक्रमण अभी प्रारंभिक अवस्था में है और 1-5 मई के दौरान चरम पर पहुंचने की संभावना है।

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