कानपुर के अफसरों को नहीं है 'ओमिक्रोन' का डर, बढ़ने की जगह लगातार घट रही RTPCR की सैंपलिंग
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन की दहशत है। जिसको देखते हुए सरकार ने आरटीपीसीआर जांच और सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन इसका फर्क अधिकारियों को नहीं पड़ रहा है। आरटीपीसीआर की सैंपलिंग बढऩे की जगह घटती जा रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन (बी.1.1.529 (एनयू)) मिलने के बाद देश-दुनिया में खलबली मच गई है। कोरोना के मौजूदा वैरिएंट डेल्टा से कई गुना तेजी से संक्रमण फैलाता है। शासन पहले से कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से अगाह करते हुए रोकथाम और आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपलिंग बढ़ाने का निर्देश दे रहा है। एंटीजन जांच की सैंपलिंग के तीन गुना आरटीपीसीआर जांच की सैंपलिंग के निर्देश के बावजूद जिले का स्वास्थ्य महकमा हांफ रहा है। अफसरों की सुस्ती की वजह से आरटीपीसीआर की सैंपलिंग बढऩे की जगह घटती जा रही है।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज और हृदय रोग संस्थान में आरटीपीसीआर जांच के लिए लिए जा रहे सैंपल में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। स्वास्थ्य महकमा पूरी जिले से सैंपलिंग करा रहा है, लेकिन एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमे के द्वारा कराई जा रही सैंपलिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। कई कर्मचारियों का कहना है कि लक्ष्य पूरा करने के लिए गड़बड़ी बढ़ती जा रही है। अपर निदेशक डा. जीके मिश्रा का कहना है कि एंटीजन के तीन गुना आरटीपीसीआर की सैंपलिंग के निर्देश हैं। इसकी मानीटरिंग शासन के स्तर से हो रही है। इसमें लापरवाही बरतने पर शासन के स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
जांच की यह है स्थिति
दिनांक : एंजीटन : आरटीपीसीआर : निजी लैब
29 नवंबर : 1408 2794 156
28 नवंबर : 1083 1975 174
27 नवंबर : 1061 2516 228
26 नवंबर : 1277 2295 228
25 नवंबर : 1136 2614 216
24 नवंबर : 1133 2582 291
23 नवंबर : 0882 2346 261