Covid News: कानपुर में डेढ़ साल बाद एक्टिव केस शून्य, आज होगा कोरोना योद्धाओं का सम्मान
कानपुर जिले में रविवार को एकमात्र कोविड मरीज का होम आइसोलेशन पूरा होने के बाद अब एक भी एक्टिव केस नहीं है लेकिन सतर्कता की बेहद जरूरत है। दैनिक जागरण ने कोरोना योद्धाओं का सम्मान करने जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। जिले में कोरोना वायरस ने वर्ष 2020 में दस्तक दी थी। डेढ़ साल बाद रविवार को पहली बार जिले में कोरोना संक्रमित एक भी मरीज नहीं बचा है। एक मात्र सक्रिय केस था, जिसका रविवार को होम आइसोलेशन पूरा हो गया। अधिकारियों का कहना है कि अभी त्योहारों में सतर्कता बरतने की जरूरत है। वहीं दैनिक जागरण की ओर से कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया जा रहा है।
70 वर्षीय बुजुर्ग थे पहले कोरोना संक्रमित
कानपुर की बात करें तो मैनावती मार्ग स्थित एनआरआइ सिटी में रहने वाले 70 वर्षीय बुजुर्ग पहले संक्रमित मिले थे। अमेरिका से अपने पुत्र के पास से बुजुर्ग दंपती लौटे थे। वहां से आने के बाद दिक्कत होने लगी थी। इस पर सीएमओ से संपर्क कर जांच कराई थी, जिसकी 23 मार्च को आई रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसके बाद अप्रैल माह से कोरोना संक्रमित मिलने का सिलसिला चल निकला।
अबतक सामने आए 82,927 संक्रमित
पहली लहर पिछले साल अप्रैल से लेकर दिसंबर तक जोरों पर रहीं। फिर इस साल अप्रैल से मई तक दूसरी लहर ने जमकर कहर बरपाया। इस दौरान जिले में 82,927 संक्रमित सामने आए। उसमें से 1905 संक्रमितों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। वहीं, अब तक 81,022 संक्रमित कोरोना का मात देकर स्वस्थ हुए हैं। सीएमओ डा. नैपाल सिंह ने बताया कि रविवार को कोरोना के सक्रिय केस शून्य हो गए हैं। यह समय उत्साहित होने का नहीं, बल्कि सतर्कता बरतने का है। अभी खतरा टला नहीं है।
कोरोना योद्धाओं का सम्मान आज
कोरोना महामारी के दौरान हर तरफ हाहाकार मचा हुआ था, लोग घरों से निकलने से डर रहे थे। संक्रमितों को अस्पताल में बेड के लिए भी जूझना पड़ रहा था। संकट के उस दौर में भी अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर संक्रमितों की जान बचाने के लिए जूझने वाले कोरोना योद्धाओं का सम्मान सोमवार को दैनिक जागरण सिविल लाइंस स्थित मर्चेंट चैंबर हाल में 2:45 बजे किया जाएगा। इसमें वो लोग हैं, जिन्होंने रात दिन एक कर मरीजों का उपचार किया, संक्रमितों के लिए दवा, आक्सीजन सिलिंडर का इंतजाम किया, उन्हें अस्पताल पहुंचाया, भूखे लोगों के लिए भोजन का प्रबंध किया। जो लोग कोरोना कफ्र्यू के दौरान भूखे-प्यासे अपने घर जा रहे थे उन्हें भी भोजन और पानी उपलब्ध कराया। वाहनों का प्रबंध करके उन्हें घर तक पहुंचाया।
कोरोना संक्रमण की पहली लहर का समय रहा हो या दूसरी लहर का, तमाम ऐसे फ्रंटलाइन वारियर्स थे जो जान हथेली पर रखकर इस वायरस से लड़ रहे थे। कुछ ने तो अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए। संक्रमितों की जान बचाने में डाक्टर और अन्य चिकित्सा स्टाफ तो अग्रिम मोर्चे पर रहे ही, हमारे आपके बीच कुछ ऐसे भी योद्धा थे जिन्होंने किसी ने किसी रूप में कोरोना से जंग लड़कर अमिट छाप छोड़ी है। किसी ने लोगों को मास्क वितरित किया तो किसी ने आक्सीजन सिलिंडर देकर जिंदगी की डोर को टूटने से बचाया। ऐसे ही असली हीरो का सम्मान दैनिक जागरण अपने सामाजिक सरोकार के तहत करेगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त डा. राजशेखर व विधायक सुरेंद्र मैथानी योद्धाओं का सम्मान करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य प्रायोजक घड़ी डिटर्जेंट, पावर्ड बाई मिल्कोमोर पशु आहार, हाईजीन पार्टनर नाइन सेनेटरी नैपकीन, मोराल बूस्टर लाला पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स इन एसोसिएशन विद अशोक मसाले व एक्सिस कालेज, ड्रिबेन बाई हुंडई, वेलनेस पार्टनर द पनेशिया मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल व एसआइएस हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, गिफ्ट पार्टनर स्किन मंत्रा, आउटडोर पार्टनर वैम एडवरटाइजिंग एजेंसी, पार्टनर एमएचपीएल इंडिया, डाटा एक्सपर्ट, वीएसजीओआइ, डा. वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर व लाइट गैलरी और फूड पार्टनर राहुल स्वीट एंड नमकीन हैं।
इन श्रेणियों में दिया जाएगा सम्मान
-नवोन्मेष: तकनीकी या किसी अन्य प्रकार से दिया गया योगदान।
-कर्तव्य से बढ़कर : चिकित्सक, चिकित्सक सहयोगी, अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता।
-कोविड नायक : ग्रामीण विजेता, विस्मृत नायक, एनजीओ, समुदाय व संगठन।
-जागरूक योद्धा : विलक्षण विचार व समाचार, सबसे प्रभावशाली।
-संकट प्रबंधन नेतृत्व।