Corona Warrior's Story: मिलिए, फर्रुखाबाद के 91 वर्षीय बुजुर्ग से, जिन्होंने धैर्य व जज्बे से सपरिवार कोराेना काे दी मात
Covid Warriors Story आनंद कहते हैं जिंदगी बिल्कुल खेल मैदान में हार-जीत की तरह है। इसलिए बिना हार-जीत की चिंता किए खेलना चाहिए। जिस वार्ड में भर्ती थे वहां चार-पांच लोगों की मौत हो गई लेकिन घबराए नहीं।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। Covid Warrior's Story बुजुर्गों के लिए भले कोरोना को घातक बताया जा रहा है, लेकिन जज्बे और धैर्य के दम पर 91 वर्षीय बुजुर्ग ने उसको मात दे दी। उनके दो बेटों और बहू ने भी बीमारी से जंग जीती। वह कहते हैं कि कोरोना से डरें नहीं, बल्कि सुरक्षा इंतजामों के साथ डॉक्टरों की सलाह पर अमल करें।
आवास विकास कालोनी के सेक्टर 6-बी निवासी आनंद कुमार कटियार 91 साल के हैं। उनके तीन बेटे 58 वर्षीय अजीत, 51 वर्षीय मंजीत व 44 वर्षीय संजीव कटियार हैं। चार अप्रैल को बुखार की शिकायत पर संजीव ने पिता की आरटीपीसीआर जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें कानपुर में भर्ती कराया। इसके बाद स्वजन ने जांच करवाई तो अजीत, उनकी पत्नी नीता, मंजीत और उनका पुत्र अक्षत भी संक्रमित निकले। 15 अप्रैल को स्वजन की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई, लेकिन आनंद की हालत नहीं सुधरी। 19 अप्रैल को उन्हें आइसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। बीती पांच मई को उन्होंने भी कोरोना को मात दे दी और छह मई को स्वस्थ होकर घर लौट आए।
हार-जीत की तरह है जिंदगी: आनंद कहते हैं, जिंदगी बिल्कुल खेल मैदान में हार-जीत की तरह है। इसलिए बिना हार-जीत की चिंता किए खेलना चाहिए। जिस वार्ड में भर्ती थे, वहां चार-पांच लोगों की मौत हो गई, लेकिन घबराए नहीं। जब भारत प्लेग जैसी बीमारी से उबर गया तो कोरोना भी जल्द ही भाग जाएगा।