घाटमपुर और बिल्हौर में अब कोरोना मरीजों को नहीं पड़ेगा भटकना, जानिए पूरी वजह

अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमितों को समय से और बेहतर उपचार मिले इसके लिए कोशिशें तेज हुई हैं। सीएम ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को चरणबद्ध तरीके से कोविड अस्पताल में तब्दील करने के लिए कहा है ऐसे में इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 01:22 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 01:22 PM (IST)
घाटमपुर और बिल्हौर में अब कोरोना मरीजों को नहीं पड़ेगा भटकना, जानिए पूरी वजह
बिल्हौर और घाटमपुर सीएचसी बेड बढ़ाए जाने के साथ ही आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगवाया जाएगा

कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमितों को इलाज के लिए अस्पतालों में भटकना पड़ा तो इलाज के अभाव में कई लोगों की मौतें भी हुईं। गांवों में सर्दी, बुखार और खांसी से पीडि़त तमाम लोगों की जान चली गई। हालांकि उनको कोरोना से मरने वालों की सूची में शामिल नहीं किया गया क्योंकि उनकी कोई जांच रिपोर्ट नहीं थी। ग्रामीणों को भी बेहतर इलाज मिले, इसके लिए हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड का उपचार योग्य बनाने की तैयारी है। वहां आक्सीजन कंसंट्रेटर लेकर रखा जाएगा। बिल्हौर और घाटमपुर सीएचसी बेड बढ़ाए जाने के साथ ही आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगवाया जाएगा।

अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमितों को समय से और बेहतर उपचार मिले, इसके लिए कोशिशें तेज हुई हैं। सीएम ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को चरणबद्ध तरीके से कोविड अस्पताल में तब्दील करने के लिए कहा है, ऐसे में इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वैसे तो सभी केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलिंडर हैं, लेकिन वहां आक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जाएगी। कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने कंसंट्रेटर देने को हामी भरी है। जल्द ही उनसे कंसंट्रेटर लेकर अस्पतालों को दिया जाएगा। बिल्हौर में 30 और घाटमपुर में 35 बेड अभी हैं। इनकी संख्या 50-50 की जाएगी। जब तक वहां आक्सीजन जनरेशन प्लांट नहीं लगेगा, तब तक वहां कंसंट्रेटर से ही आक्सीजन की व्यवस्था होगी। आपात स्थिति के लिए जंबो सिलिंडर भी रखे जाएंगे। जब वहां प्लांट लग जाएगा तो ये कंसंट्रेटर दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों को दे दिए जाएंगे।

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