कानपुर देहात में मजदृूर का शव लेकर आए ठेकेदार व साथी को ग्रामीणों ने बनाया बंधक, हत्या करने का लगाया आरोप
किशन तीन वर्ष से गुजरात की एक फैक्ट्री में सीमेंट बोरी बनाने का काम करता था। उसे नौकरी पर मंगलपुर के ही सिकहिला गांव के लेबर ठेकेदार नागेंद्र ने लगवाया था। वह कई ग्रामीणों को वहां भेज चुका था।
कानपुर देहात, जेएनएन। मंगलपुर के जिगना गांव निवासी 24 वर्षीय किशन उर्फ वीरू की अहमदाबाद में मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई। लेबर ठेकेदार व उसका साथी शव लेकर यहां आने की जानकारी लेकर पहुंचे तो आक्रोशित स्वजन व ग्रामीणों ने उन्हें ही बंधक बना लिया। चार लाख रुपये मजदूरी की अदायगी न देने पर पड़े दिवंगत मजदूर के स्वजन ने पूरे मामले के बाद हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस पहुंची और दोनों को मुक्त करा थाने लेकर गई।
किशन तीन वर्ष से अहमदाबाद गुजरात की एक फैक्ट्री में सीमेंट बोरी बनाने का काम करता था। उसे नौकरी पर मंगलपुर के ही सिकहिला गांव के लेबर ठेकेदार नागेंद्र ने लगवाया था। वह कई ग्रामीणों को वहां भेज चुका था। 22 सितंबर की रात किशन उर्फ वीरू की सड़क दुर्घटना में अहमदाबाद में जान चली गई। इस पर वहां की बाबलेपुर थाना पुलिस ने कार्रवाई की थी। शुक्रवार को शव आने से कुछ समय पहले नागेंद्र अपने रिश्तेदार डालीबाग लखनऊ निवासी पुष्पेंद्र संग गांव गए और जानकारी किशन के परिवार को दी। इससे वह और आसपास के लोग भड़क गए और मजदूरी न देना पड़े इसके चलते हत्या करने का आरोप लगाकर बंधक बना लिया। इस बीच किसी ने जानकारी पुलिस को दे दी तो पुलिस बल पहुंचा और किसी तरह से समझाकर दोनों को मुक्त कराया। मृतक के चचेरे भाई ऋषि सिंह ने बताया कि भाई की किशन की मौत की सूचना ठेकेदार ने घटना के दिन नहीं दी, मुझे दूसरे व्यक्ति ने सूचना दी। किशन को ठेकेदार से करीब दो वर्ष की मजदूरी के चार लाख रुपये लेने थे मुझे आशंका हैं कि रुपये के करण ठेकेदार ने हत्या कर दी। थाना प्रभारी सचिन गुप्ता ने बताया कि बाबलेपुर पुलिस ने मार्ग दुर्घटना की जानकारी दी है। रुपये लेनदेन के बारे में जांच की जा रही है।