गड्ढों में गिट्टी डालकर भूल गए ठेकेदार, गिट्टी की चपेट में आकर फिसल रहे दुपहिया वाहन

छावनी की सात सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए करीब तीन करोड़ रुपये के काम को सितंबर 2020 में हरी झंडी मिल गई थी। इसमें एक सड़क शिवनारायण टंडन सेतु से पकरिया चौराहा तक बनायी जानी थी। इस सड़क को बनाने के लिए करीब 54 लाख रुपये

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 07:41 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 07:41 PM (IST)
गड्ढों में गिट्टी डालकर भूल गए ठेकेदार, गिट्टी की चपेट में आकर फिसल रहे दुपहिया वाहन
दुपहिया वाहन सवार फिसलकर गिर रहे और चुटहिल हो रहे

कानपुर, जेएनएन। वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद भी ठेकेदार किस तरह मनमानी करते हैं इसकी बानगी देखनी है तो कैंट के शिव नारायण टंडन सेतु की सड़क को देखिए। इस सड़क के गड्ढों को मसाला मिलाकर गिट्ठी से पाट दिया गया। सप्ताह बीतने को है लेकिन इसे बनाने का काम अभी भी शुरू नहीं हुआ। अब गिट्टी की चपेट में आकर दुपहिया वाहन सवार फिसलकर गिर रहे और चुटहिल हो रहे हैं। 

छावनी की सात सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए करीब तीन करोड़ रुपये के काम को सितंबर 2020 में हरी झंडी मिल गई थी। इसमें एक सड़क शिवनारायण टंडन सेतु से पकरिया चौराहा तक बनायी जानी थी। इस सड़क को बनाने के लिए करीब 54 लाख रुपये का वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया था। दो माह बीतने के बाद अब ठेकेदार को सड़क बनाने की याद आई तो उसने शुरूआत गिट्टी और मसाला मिलाकर गड्ढों को भरने से की। जिसके बाद राहगीरों को लगा कि जल्द ही सड़क निर्माण शुरू हो जाएगा।

सप्ताह बीतने को है लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। वाहनों के आवागमन से अब गिट्टी भी सड़क पर फैलने लगी है, जिसकी चपेट में आकर दुपहिया वाहन चालक अपना संतुलन खो देते हैं और गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। कैंट बोर्ड के जनसंपर्क अधिकारी अमित यादव ने बताया कि ठेकेदार को सड़क बनाने को टेंडर दिया जा चुका है। उसे गड्ढे नहीं भरने हैं। इसकी जांच करायी जाएगी। काम में लापरवाही मिली तो कार्यवाही होगी।

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