फतेहपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस के सामने संविदा कर्मी ने कूदकर दे दी जान, मोबाइल नंबर से हुई शिनाख्त

गाजीपुर थाने के कुड़वारी मजरे बावन गांव निवासी अमर सिंह यादव का 30 वर्षीय पुत्र राजेश सिंह गाजियाबाद जिले के महानगर पालिका में संविदा ट्रैक्टर चालक था। शरीर में छाले पडऩे का इलाज कराने के लिए शुक्रवार को ही घर आया था।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:01 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:01 PM (IST)
फतेहपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस के सामने संविदा कर्मी ने कूदकर दे दी जान, मोबाइल नंबर से हुई शिनाख्त
सड़क हादसे में जान गंवाने वाले दिवंगत राजेश। फाइल फोटो

फतेहपुर, जेएनएन। शहर के पचास नंबर रेलवे गेट शादीपुर के समीप दिल्ली से बनारस जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस के सामने कूदकर महानगर पालिका गाजियाबाद के संविदा कर्मी ने जान दे दी। हादसे से वंदेभारत ट्रेन कुछ दूर जाकर रुक गई। करीब 03 मिनट बाद सिग्नल मिलने के बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। रेलवे ट्रैक पर मोबाइल फोन मिलने पर दिवंगत की शिनाख्त हो सकी।

गाजीपुर थाने के कुड़वारी मजरे बावन गांव निवासी अमर सिंह यादव का 30 वर्षीय पुत्र राजेश सिंह गाजियाबाद जिले के महानगर पालिका में संविदा ट्रैक्टर चालक था। शरीर में छाले पडऩे का इलाज कराने के लिए शुक्रवार को ही घर आया था। शनिवार प्रात : साढ़े 8 बजे वह ये कहकर घर से निकल गया था कि जिला अस्पताल इलाज कराने जा रहा है। सुबह पौने 11 बजे वह शादीपुर के बंद रेलवे फाटक के भीतर जा पहुंचा और आ रही वंदेभारत ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। जिससे वंदेभारत ट्रेन भी कुछ दूर जाकर रुक गई। हालांकि तीन मिनट बाद ट्रेन रवाना कर दी गई। खबर पाकर पहुंचे जीआरपी एसओ अंकुर कैथवास ने मोबाइल फोन मिलने पर उसके स्वजन को जानकारी दी। एसओ का कहना था कि स्वजन से पूछताछ में स्पष्ट हुआ है कि शरीर में पड़े छाले ठीक न होने से राजेश ने जान दे दी। आरपीएफ उपनिरीक्षक हीरामनि मीणा ने बताया कि वंदे भारत सुबह 10:59 बजे से 11:02 बजे तक रूकी रही।

पत्नी, बच्चे व स्वजन रहे बदहवास : दिवंगत राजेश सिंह का क्षत विक्षत शव देखकर पत्नी नीलू, तीन बच्चे व मां प्रभा देवी रो-रोकर बेहाल रहे। दिवंगत के भाई सर्वेश यादव ने बताया कि बड़े भाई गाजियाबाद महानगर पालिका में पहले ठेकेदारी करते थे। बाद में संविदा कर्मी के रुप में वहीं नंदीपारा स्थित गौशाला में ट्रैक्टर चलाने लगे थे।

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