DPR के बाद कंस्ट्रक्शन के लिए नियुक्त होगा कंसलटेंट, GT Road पर बनाया जाना है Elevated Flyover

कन्नौज अलीगढ़ फर्रुखाबाद इटावा फिरोजाबाद सहित अन्य जनपदों से कानपुर-प्रयागराज हाईवे में जाने के लिए वाहन सवार जीटी रोड से शहर के अंदर से होकर गुजरते हैं। इस वजह से टाटमिल जरीब चौकी झकरकटी अफीम कोठी सहित अन्य जगहों पर जाम लगता है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 12:24 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 12:24 PM (IST)
DPR के बाद कंस्ट्रक्शन के लिए नियुक्त होगा कंसलटेंट, GT Road पर बनाया जाना है Elevated Flyover
कोई बाधा नहीं आई तो यह प्रक्रिया 15 जून तक पूरी कर दी जाएगी

कानपुर, जेएनएन। जीटी रोड में फ्लाईओवर के लिए पहले डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार होगा। इसके बाद फ्लाईओवर के कंस्ट्रक्शन के लिए भी कंसलटेंट का चयन होगा। यह प्रक्रिया डीपीआर के बाद पूरी होगी। गोल चौराहा से रामादेवी तक जीटी पर 15 किमी एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जाना है। इसके लिए केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने डीपीआर कंसलटेंट के लिए निविदा आमंत्रित की है। कोई बाधा नहीं आई तो यह प्रक्रिया 15 जून तक पूरी कर दी जाएगी। इस काम को पीडब्ल्यूडी एनएच करेगा।

फ्लाईओवर के बनने से जीटी रोड पर जबरदस्त जाम से निजात मिलेगी है। इस समय आइआइटी कल्याणपुर से गोल चौराहा होते हुए मोतीझील तक मेट्रो का एलीवेटेड ट्रैक बन रहा है। ऐसे में काम पूरा होने के बाद भी गोल चौराहा से आइआइटी तक भविष्य में जाम तक लगना तय है। अभी तो लोग सिर्फ निर्माण कार्य की वजह से जाम में फंस रहे हैं। वहीं, कन्नौज, अलीगढ़, फर्रुखाबाद, इटावा, फिरोजाबाद सहित अन्य जनपदों से कानपुर-प्रयागराज हाईवे में जाने के लिए वाहन सवार जीटी रोड से शहर के अंदर से होकर गुजरते हैं। इस वजह से टाटमिल, जरीब चौकी, झकरकटी, अफीम कोठी सहित अन्य जगहों पर जाम लगता है। फ्लाईओवर बनने से वाहन सवार उसी रास्ते से होकर वाहन कानपुर-प्रयागराज हाईवे में जा सकेंगे।

फोरलेन को सिक्सलेन करने का प्रस्ताव निरस्त : पीडब्ल्यूडी एनएच पहले जीटी रोड को ही सिक्सलेन करने की तैयारी में था। इसका प्रस्ताव बनाकर भी केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय को भेजा गया था, लेकिन मंत्रालय ने इसे खारिज कर दिया। अब यहां पिलर पर फ्लाईओवर बनाया जाएगा। इसमें पीडब्ल्यूडी एनएच को जमीन की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।

इनका ये है कहना

डीपीआर कंसलटेंट के बाद कंस्ट्रक्शन कंसलटेंट नियुक्त के लिए टेंडर होंगे। कंस्ट्रक्शन कंसलटेंट काम की गुणवत्ता को जांचेगा। इसके बाद ही कंसलटेंट के माध्यम से कंपनी को भुगतान होगा।

                                                                            -राजपाल, अवर अभियंता, पीडब्ल्यूडी एनएच

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