पिकेट सिपाही से भिड़ा दूसरे थाने का कांस्टेबल, हाथापाई

जेएनएन बिठूर जीटी रोड पर मंधना रामनगर स्थित एक ढाबे पर खाना खाने पहुंचे शिवराजपुर थाने के सिपाही ने जमकर हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 01:57 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 01:57 AM (IST)
पिकेट सिपाही से भिड़ा दूसरे  थाने का कांस्टेबल, हाथापाई
पिकेट सिपाही से भिड़ा दूसरे थाने का कांस्टेबल, हाथापाई

जेएनएन, बिठूर : जीटी रोड पर मंधना रामनगर स्थित एक ढाबे पर खाना खाने पहुंचे शिवराजपुर थाने के सिपाही जमकर हंगामा किया। मंधना चौकी का सिपाही गश्त करते हुए पहुंचा तो दोनों में विवाद हो गया। आरोप है कि गालीगलौज के बाद दोनों के बीच हाथापाई हो गई। अधिकारियों ने देर रात ही सिपाहियों का मेडिकल कराया।

मंधना स्थित रमैया ढाबे पर शिवराजपुर थाने में तैनात सिपाही सोनू चाहर मंगलवार रात बिना वर्दी खाना खाने आया था। तभी उसने किसी बात पर हंगामा शुरू कर दिया। मंधना चौकी में तैनात सिपाही धर्मेंद्र गश्त करते हुए उधर से गुजरा तो हंगामा देख रुक गया। उसने सोनू को समझाने का प्रयास किया तो वह भिड़ गया और हाथापाई करने लगा। धर्मेंद्र ने तुरंत सूचना बिठूर थाना प्रभारी और मंधना चौकी में दी। थाना प्रभारी के सामने भी सोनू ने हंगामा किया। तब पुलिस सोनू व धर्मेंद्र को मेडिकल के लिए कल्याणपुर सीएचसी ले गई। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को हुई और उन्होंने जांच के निर्देश दिए। बिठूर थाना प्रभारी अमित कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की रिपोर्ट अधिकारियों को दे दी गई है। मेडिकल रिपोर्ट मिलने पर अधिकारियों के आदेश पर कार्रवाई की जाएगी। राजमिस्त्री की पत्नी के बयान बेकनगंज के मुकदमे में बनेंगे आधार, कानपुर : ओमान से लौटी राजमिस्त्री की पत्नी के बयान छह माह पूर्व बेकनगंज थाने में दर्ज हुए मुकदमे में भी आरोपित मानव तस्कर मुजम्मिल के खिलाफ अहम सुबूत बनेंगे। बेकनगंज पुलिस ने कर्नलगंज पुलिस से महिला के बयान की कॉपी मांगी है। जल्द ही इस पुराने मुकदमे में चार्जशीट लगाने की भी तैयारी हो रही है। उन्नाव निवासी राजमिस्त्री की पत्नी को ओमान भेजने के आरोप में जेल भेजे गए इफ्तिखाराबाद निवासी मुजम्मिल के खिलाफ छह महीने पहले सितंबर में बेकनगंज निवासी 55 वर्षीय महिला के स्वजन ने धोखाधड़ी व प्रवासी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। उस महिला को भी मुजम्मिल ने बेंगलुरू की एजेंसी के माध्यम से 23 अक्टूबर 2019 को नौकरी का झांसा देकर ओमान भेजा था। ओमान पहुंचने पर उस महिला पर भी जुल्म हुए थे। उनके बेटे ने पुलिस को बताया था कि ओमान के मस्कट शहर में मां को एजेंट के हाथ बेच दिया गया था। उस एजेंट ने फातिमा नामक वृद्धा के हवाले किया था, जो उसके साथ जानवरों जैसा बर्ताव करती थी। किसी तरह महिला ने ओमान के भारतीय दूतावास में शिकायत की और 25 अगस्त को वापस लौटी थीं। मुकदमा दर्ज होने के बावजूद बेकनगंज पुलिस ने आरोपित मुजम्मिल के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाई थी। अब उन्नाव निवासी राजमिस्त्री की पत्नी के मामले में क्राइम ब्रांच टीम ने मुजम्मिल व उसके साथी अतीकुर्रहमान को जेल भेजा तो बेकनगंज पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई है। एसीपी मो. अकमल खान ने बताया कि मुजम्मिल व उसके साथियों के खिलाफ बेकनगंज थाने में दर्ज मुकदमे में कार्रवाई के लिए विवेचना में ओमान से हाल ही में भारत लौटी उन्नाव की महिला के बयान को भी बतौर साक्ष्य शामिल किया जाएगा। सफाईकर्मी और पेंटर समेत तीन ने फांसी लगाई, कानपुर : तीन अलग-अलग स्थानों पर सफाईकर्मी और पेंटर समेत तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी।

पनकी थानाक्षेत्र के बरगदियापुरवा निवासी 52 वर्षीय चरन सिंह घर के पास स्थित सुलभ शौचालय के संविदा पर सफाईकर्मी थे। उनकी पत्नी के भाई अरविद ने बताया कि मंगलवार शाम किसी बात पर चरन सिंह का अपनी पत्नी सुमन से विवाद हो गया था। खाना खाकर वह सुलभ शौचालय पर सोने चले गए। देर रात उन्होंने वहां कमरे में पंखे के कुंडे से रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। सुबह इलाके के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पत्नी और बेटी शव देख बेहाल हो गए। थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पत्नी से विवाद के बाद आत्महत्या किए जाने की बात सामने आई है। नवाबगंज के भोपालपुरवा गांव निवासी किसान देवीदीन का 25 वर्षीय छोटा बेटा प्रेमलाल खेतीबाड़ी में हाथ बंटाता था। घर से कुछ दूर खेत की देखभाल करने के लिए वह वहीं पर सोता था। मंगलवार देर रात किसी बात पर स्वजन से विवाद के बाद वह खेत पर सोने चला गया। तभी उसने अमरूद के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब ग्रामीण अपने खेतों में गए तो उन्होंने प्रेमलाल का शव अमरूद के पेड़ से फंदे के सहारे लटका देखा। सूचना पर मां सुंदरा और बड़े भाई बंशीलाल मौके पर पहुंचे और शव देख बेहाल हो गए। अर्मापुर स्टेट में भी वीरेंद्र के 20 वर्षीय छोटे बेटे रचित कुमार ने फांसी लगा ली। पुलिस के मुताबिक रचित पेटिग का काम करता था। परिवार में बड़ा भाई सोनू और मां मीना देवी हैं। मंगलवार शाम किसी बात पर रचित का परिवारीजनों से विवाद हो गया था। रात में खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया। बुधवार सुबह काफी देर तक जब वह सोकर नहीं उठा तो पिता उसे जगाने गए। तब उन्होंने रचित का शव पंखे के कुंडे से लटका देखा।

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