कानपुर में अब संगठन मजबूत करने के लिए भी कांग्रेस देगी पैसा, प्रत्याशियों से धनराशि जुटाने का काम शुरू
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक बैठक में यह विषय उठाया गया था कि संगठन और पार्टी कार्यालय को जिलाध्यक्ष अपनी निजी व्यवस्था से संचालित करते हैं अथवा पार्टी के बड़े नेताओं से पैसा लेकर पार्टी गतिविधियों को चलाते हैं। इसका असर जिला कार्यकारिणी पर पड़ता है।
कानपुर, जेएनएन। प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के लिए पैसा देने वाली कांग्रेस अब संगठन मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्षों को पैसा देगी। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रणनीति तैयार कर ली है। पैसे की व्यवस्था विधानसभा चुनाव में टिकट का दावा करने वालों से की जाएगी।
कांग्रेस ने चुनाव से पहले जिले के संगठनों को मजबूत करने और पार्टी कार्यालय का संचालन करने के लिए पैसा देने का निर्णय लिया है। जिले के महत्व के हिसाब से उन्हें पैसा दिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक बैठक में यह विषय उठाया गया था कि संगठन और पार्टी कार्यालय को जिलाध्यक्ष अपनी निजी व्यवस्था से संचालित करते हैं अथवा पार्टी के बड़े नेताओं से पैसा लेकर पार्टी गतिविधियों को चलाते हैं। इसका असर जिला कार्यकारिणी पर पड़ता है और जिलाध्यक्ष को कई तरह के दबाव का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वह स्वतंत्र रूप से अपनी गतिविधियों को संचालित नहीं कर पाता। इसका बड़ा प्रभाव संगठन पर पड़ता है जिससे कई बार मजबूत दावेदारों की अनदेखी हो जाती है। प्रदेश नेतृत्व ने भी इससे सहमति जतायी थी।शहर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी के मुताबिक इस बार पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए भी पैसा देगी।प्रदेश नेतृत्व की एक बैठक में यह जानकारी दी गई थी।तय हुआ है कि प्रत्याशी को मिलने वाले धनराशि का कुछ हिस्सा जिला कमेटी को दिया जाएगा ताकि चुनाव से पूर्व वह संगठन मजबूत कर सके क्योंकि पार्टी जो पैसा देती है उसे प्रत्याशी अपने तरीके से खर्च करता है।इससे कहीं न कहीं संगठन की अनदेखी होती है।गौरतलब हो कि पार्टी ने इसके लिए विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों से 11 हजार रुपये की सहयोग राशि लेना शुरू किया है।पार्टी इस धनराशि को संगठन मजबूत करने में लगाएगी।