Good Panchayat Kanpur: जब एक इंजीनियर ने प्रधान बन थामी कमान तो राष्ट्रपति भी आ गए गांव

कानपुर के कल्याणपुर ब्लॉक के ईश्वरीयगंज गांव के लोगों ने कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियर आकाश वर्मा को प्रधान पद की कमान दी तो विकास से तस्वीर ही बदल गई। स्वच्छता की अलख ऐसी जगी कि राष्ट्रपति भी गांव में आए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 10:44 AM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 05:29 PM (IST)
Good Panchayat Kanpur: जब एक इंजीनियर ने प्रधान बन थामी कमान तो राष्ट्रपति भी आ गए गांव
अच्छी पंचायत की मिसाल बन गया ईश्वरीयगंज गांव।

कानपुर, जेएनएन। कल्याणपुर ब्लाक के ईश्वरीगंज गांव के नाम से शहर ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश और देश परिचित है। ये वही गांव है जहां से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छता ही सेवा का संदेश दिया था। गांव का प्रधान रहते हुए कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियर आकाश वर्मा ने महिलाओं के मान सम्मान के लिए सौ फीसद शौचालय का लक्ष्य सबसे पहले पूरा किया था। इस कदम से गांव चर्चित हुआ तो मुख्यमंत्री ने खुद निवर्तमान प्रधान आकाश को सम्मानित किया था।

कल्याणपुर ब्लाक के ईश्वरीगंज ग्राम पंचायत में पहुंचते ही सीसी रोड और इंटरलॉकिंग टाइल्स से चमचमाती गलियां स्वागत करती हैं। नाली-खडंजा पक्के हैं। बच्चों के लिए इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूल भी बना है। खास बात ये है कि गांव में कूड़ा निस्तारण के लिए प्लांट भी बनकर तैयार हो चुका है। हालांकि अभी इसकी शुरुआत नहीं हुई है। सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य भी चल रहा है। यहां की आबादी 2120 है। इसमें से चौदह सौ मतदाता हैं।

खास बात यह है कि यहां जनप्रतिनिधियों ने भी खूब विकास कराया है। विधायक रहते हुए मुनींद्र शुक्ला, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कई काम कराए। अब तक यहां जनप्रतिनिधियों की निधि से 90 लाख और ग्राम पंचायत निधि से 25 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। 10 लाख रुपये का कार्य जिला पंचायत निधि से और होने जा रहा है। क्षेत्र पंचायत निधि से भी खूब कार्य हुआ है। यहां के प्रत्येक घर में शौचालय है।

गांव में स्वच्छता को लेकर जागरूकता और पहला खुले में शौच मुक्त गांव बनने का तमगा मिलने के कारण ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गांव आकर स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत की थी। गांव में पानी की निकासी के लिए बड़े दो नाले बनवाए गए हैं। विकास कार्य और शिक्षा, स्वच्छता को लेकर यहां के लोगों की जागरूकता को ध्यान में रखकर ही गांव के सरकारी स्कूल को पहला इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूल बनाया गया। हालांकि पानी की टंकी और गांव में सीसीटीवी लगवाने का कार्य अभी नहीं हो सका है।

कुल आबादी - 2120

ग्राम सभा के मजरा - कुशालगंज, पृथ्वीगंज

परिषदीय विद्यालय- दो

विधवा, वृद्धा, दिव्यांग पेंशन लाभाथी -106

पंचायत भवन -1

स्वास्थ्य उपकेंद्र: 1

मनरेगा जॉब कार्ड धारक -119 सक्रिय

व्यक्तिगत शौचालय- 379

सार्वजनिक शौचालय-1

ग्राम पंचायत से खर्च - 25 लाख

जनप्रतिनिधियों ने दिया: 90 लाख जब प्रधान बना था तक गांव गंदगी से पटा पड़ा था। प्रशासन और जन प्रतिनिधियों के सहयोग से विकास कार्य हुए हैं, लेकिन पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे लगने हैं हर परिवार को जल देने के लिए टंकी का निर्माण भी प्रस्तावित है। -आकाश वर्मा, निवर्तमान ग्राम प्रधान

ग्रामीणों ने कही ये बात पहले गांव में गंदगी की वजह रिश्ते तक करने में लोग घबराते थे, क्योंकि यहां के मुख्य मार्ग पर गंदगी और सीवर भरा रहता था। हमारा गांव साफ सुथरा है। पूरे गांव में शौचालय बने हैं। सड़कें, नाला आदि बन गए हैं। -राम सिंह, ग्रामीण अब गांव की गलियों में जलभराव व गंदगी की समस्या खत्म हो गई है। पूरे गांव सीसी सड़कें और इंटरलॉकिंग टाइल्स लग गई हैं। शौचालय भी बन गए हैं। ग्रामीण भी स्वच्छता में सहयोग कर रहे हैं यह अच्छी बात है। -राहुल अवस्थी , ग्रामीण ग्राम प्रधान के कार्य से सभी संतुष्ट हैं। काम हुआ तभी तो हमारे गांव में राष्ट्रपति आए और उन्होंने यहां स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ किया। गांव में कूड़ा निस्तारण प्लांट भी बन गया है। -राम विलास, ग्रामीण गांव की साफ सफाई से प्रभावित होकर राष्ट्रपति ने हमारे गांव से स्वच्छता ही सेवा का संदेश दिया था। इससे ईश्वरीगंज का नाम प्रदेश ही नहीं देश में लोग जानने लगे। हमारा गांव चैंपियन बना। ऐसे ही हर गांव में काम होना चाहिए। -संजय क्लॉडियस, व्यापारी

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