राष्ट्रपति की इच्छा को मंडलायुक्त ने धरातल पर उतारा, जाजमऊ में प्रवेश द्वार बनाने को किए पांच करोड़ मंजूर
केडीए की अवस्थापना निधि को लेकर हुई बैठक में 11 पुराने कायरें के विस्तार और 14 नए कायरें के लिए 34 करोड़ से अधिक की राशि मंजूर की।
जागरण संवाददाता, कानपुर : राष्ट्रपति की इच्छा को धरातल पर उतारते हुए मंडलायुक्त ने जाजमऊ में शहर का प्रवेश द्वार बनवाने के लिए पांच करोड़ की धनराशि मंजूर कर दी है। 15 करोड़ की लागत से बनने वाले प्रवेश द्वार के लिए लिए अब टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह फैसला गुरुवार को केडीए में बुलाई गई अधिकारियों की बैठक में लिया गया। इस दौरान कई अन्य प्रस्तावों पर मंडलायुक्त ने चर्चा करने के बाद मंजूरी दी।
गुरुवार को मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने केडीए में बैठक बुलाई, जिसमें डीएम विजय विश्वास पंत, केडीए उपाध्यक्ष एवं केस्को एमडी सौम्या अग्रवाल समेत अन्य अफसर मौजूद रहे। केडीए की अवस्थापना निधि को लेकर हुई बैठक में 11 पुराने कार्यो के लिए 20 करोड़ 17 लाख की अतिरिक्त धनराशि मंजूर की। वहीं 14 नए कार्यो के लिए 14 करोड़ 75 लाख 62 हजार की धनराशि को स्वीकृति दी। इसमें मेहराबान पुरवा के एकता पार्क और कल्याणपुर इंदिरा नगर के गौतमबुद्धा पार्क में एलईडी लाइट लगाने के लिए 50-50 लाख रुपये की मंजूरी दी। केडीए द्वारा पुलिस को मालखाना बनाने के लिए दी गई भूमि तथा गंगा बैराज पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए 25-25 लाख रुपये की धनराशि को स्वीकृति दी। इसके साथ ही किदवई नगर में पार्क नंबर-337 के सुंदरीकरण के लिए तीस लाख, गोविंद नगर के बिंदेश्वर पार्क के लिए 36 लाख, सिद्देश्वर पार्क साकेत नगर में 39 लाख रुपये से ओपन जिम, झूले, योगा प्लेटफार्म आदि सुंदरीकरण कार्यो के लिए मंजूरी दी। वहीं एक करोड़ दस लाख से ट्रैफिक लाइन में सड़क बनाने की मंजूरी दी। कैनाल पटरी में मल्टीलेवल पार्किंग में दो लिफ्ट लगवाने के लिए तीस लाख की धनराशि मंजूर की। सरसैया घाट पर गार्डन बनवाने के लिए एक करोड़ रुपये मंजूर किए। मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में प्रकाश व्यवस्था के लिए 35 लाख रुपये और रावतपुर में रामलला मंदिर के तालाब के सुंदरीकरण के लिए दो करोड़ रुपये की मंजूरी दी। दर्शनपुरवा में अंडरग्राउंड पार्किंग को हरी झडी देते हुए डीपीआर बनाने के लिए 10 लाख रुपये मंजूर किए। इस तरह 11 पुराने कायरें के विस्तार और 14 नए कायरें के लिए 34 करोड़ से अधिक की राशि मंजूर की।