केडीए अधिकारियों की मेहरबानी से आवासीय इलाकों में हो चल रहे व्यावसायिक केंद्र

इसका खामियाजा जनता भुगत रही है। कारखानों में पाॄकग की व्यवस्था नहीं होती जिससे वहां काम करने वालों के वाहन सड़क पर ही खड़े होते हैं और जाम लगता है। केडीए सचिव एसपी सिंह ने बताया कि प्रवर्तन दस्ते को आदेश दिए गए हैं

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 01:52 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 01:52 PM (IST)
केडीए अधिकारियों की मेहरबानी से आवासीय इलाकों में हो चल रहे व्यावसायिक केंद्र
छोटी-छोटी फैक्ट्री, कारखाने व अन्य व्यावसायिक गतिविधियां आवासीय क्षेत्रों में हो रही

कानपुर, जेएनएन। एनजीटी के आदेशों के बाद भी आवासीय क्षेत्रों में व्यावसायिक और औद्योगिक गतिविधियां हो रही हैं। आवासीय क्षेत्र में व्यावसायिक नक्शा नहीं पास हो सकता, फिर भी निर्माण कराए जा रहे हैं। वहीं घनी आबादी वाले इलाकों के अंदर कारखाने चल रहे हैं। प्रदूषण फैलने से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है।

आवासीय नक्शे पर व्यावसायिक निर्माण हो रहे हैं। छोटी-छोटी फैक्ट्री, कारखाने व अन्य व्यावसायिक गतिविधियां आवासीय क्षेत्रों में हो रही हैं।

एनजीटी का आदेश है कि आवासीय क्षेत्रों में व्यावसायिक और औद्योगिक गतिविधियां न हों। एनजीटी ने पेठा कारखानों को आवासीय क्षेत्रों से हटाने के आदेश दिए हैं। चमनगंज, स्वरूप नगर, कोकाकोला से मरियमपुर चौराहे तक, बेकनगंज, कुलीबाजार, जवाहर नगर, इफ्तिखाराबाद, रामादेवी, नौबस्ता, गांधी नगर, दामोदर नगर, कौशलपुरी समेत कई इलाकों में चप्पल बनाने, रेडीमेड कपड़े, टिंबर, प्लास्टिक का सामान समेत कई चीजों के कारखाने चल रहे हैं। आवासीय क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों पर केडीए और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को रोक लगानी चाहिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसका खामियाजा जनता भुगत रही है। कारखानों में पाॄकग की व्यवस्था नहीं होती, जिससे वहां काम करने वालों के वाहन सड़क पर ही खड़े होते हैं और जाम लगता है। केडीए सचिव एसपी सिंह ने बताया कि प्रवर्तन दस्ते को आदेश दिए गए हैं कि किसी भी हाल में आवासीय क्षेत्रों में व्यावसायिक निर्माण न होने दिए जाए। इन निर्माणों को सील कर दिया जाए। कार्रवाई भी की जा रही है।  

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