गंगा सफाई के नाम पर खिलवाड़, पहुंच रहा सीवर

गंगा को निर्मल-अविरल करने के नाम पर केवल कागजी कार्रवाई हो रही है। असल में लाखों लीटर दूषित पानी रोजाना गंगा में गिर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 05:35 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:38 PM (IST)
गंगा सफाई के नाम पर खिलवाड़, पहुंच रहा सीवर
गंगा सफाई के नाम पर खिलवाड़, पहुंच रहा सीवर

जागरण संवाददाता, कानपुर : गंगा को निर्मल-अविरल करने के नाम पर केवल कागजी कार्रवाई हो रही है। हकीकत में गंगा में अभी भी रोज लाखों लीटर दूषित पानी मिल रहा है। गंगा दूषित हो रही है। अफसर केवल कागजी लिखा पढ़ी में गंगा को बेहतर बताने में लगे है। अगर आपको विश्वास नहीं हो रहा है तो एक बार शहर के घाटों को देख ले। गोला घाट में धड़ल्ले से दूषित पानी सीधे मिल रहा है। सत्ती चौरा में भी यहीं हाल है। परम, मैगजीन घाट, सरसैया घाट समेत कई जगह चोरी छिपे गंगा में दूषित पानी मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 14 दिसंबर 2019 के शहर आगमन पर जल निगम ने दावा किया था कि गंगा में एक बूंद दूषित पानी न हीं गिर रहा है, लेकिन अभी दस माह ही हुए है और गंगा दूषित होने लगी।

गंगा को दूषित होने से बचाने के लिए अब तक जल निगम अरबों रुपये खर्च कर चुकी है लेकिन फिर भी गंगा में दूषित पानी मिल रहा है। गोला घाट में पिछले कई दिनों से नाला का पाइप फटा होने के कारण दूषित पानी सड़क व नाली के माध्यम से गंगा में जा रहा है। हालांकि अफसरों का कहना है कि पाइप ठीक किया जा रहा है। यहीं हाल सत्तीचौरा व मयस्कर घाट नाला का गंदा पानी भी गंगा में जा रहा है। परमट नाला में रोक के बाद भी थोड़ा-थोड़ा दूषित पानी नाले में जा रहा है। मैगजीन घाट, रानी घाट, कालीघाट, बाबा घाट समेत कई जगह घरों का दूषित पानी गंगा में मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने 14 दिसंबर 2019 को शहर आगमन के दौरान सीसामऊ नाला का नाव से निरीक्षण किया था । इस दौरान अटल घाट से लेकर सीसामऊ नाला तक गंगा में एक बूंद दूषित पानी नहीं जाने दिया गया। प्रधानमंत्री के आगमन के दस माह में फिर गंगा में जगह-जगह से पानी गिरने लगा है। इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री को दिखाने के लिए फौरी तौर पर नाला बंद किए गए थे।

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खुद मौके पर करेंगी सर्वे

महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि कई जगह घाटों में नालों से दूषित पानी गंगा में जा रहा है। इसका सर्वे खुद अफसरों से साथ करेगी। पूरी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी। उनको अफसरों की हकीकत बताएगी।

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