CISCE Result 2021: कानपुर में अंकों की बारिश, 99 फीसद छात्र छात्राएं सफल
सीआइएससीई में 10वीं व 12वीं का परिणाम घोषित होते ही पहली बार बिना परीक्षा दिए ही छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए तो एक दूसरे को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार परीक्षाएं नहीं कराई जा सकीं।
कानपुर, जेएनएन। काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) ने शनिवार को इंडियन सर्टिफिकेट आफ सेकेंड्री एजुकेशन (आइसीएसई) और इंडियन स्कूल आफ सर्टिफिकेट (आइएससी) की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया। आइसीएसई 10वीं व आइएससी 12वीं की परीक्षा में छात्रों पर जमकर अंक बरसे। शहर के ज्यादातर स्कूलों का परिणाम सौ फीसद रहा। गणित व विज्ञान विषयों में सौ फीसद अंक पाने वाले छात्रों की संख्या भी खूब रही। इतिहास में यह पहली बार हुआ जब बिना परीक्षा दिए छात्रों को उत्तीर्ण कर दिया गया। हालांकि पिछले साल भी मेरिट नहीं आई थी, लेकिन परीक्षाएं हुई थीं।
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष परिणाम अधिक रहा। वर्ष 2020 में 10वीं व 12 वीं में 95 फीसद से अधिक छात्रों ने बाजी मारी थी, जबकि इस बार शहर के स्कूलों में उनकी औसत संख्या 99 फीसद रही। कुछ छात्र परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए। शहर में सीआइएससीई में शामिल होने वाले 62 स्कूल हैं। इस स्कूलों से 10वीं की बोर्ड परीक्षा में पांच हजार व 12वीं मेें तीन हजार छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया था। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल भले ही बंद रहे, लेकिन परीक्षा परिणाम घोषित होते ही आनलाइन बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। सहपाठियों ने एक दूसरे को बोर्ड परीक्षा में मिली सफलता की बधाई दी, जबकि शिक्षक भी उनकी इस खुशी में शामिल हुए।
छात्रों की इस परिणाम को लेकर अलग-अलग राय रही। कई छात्र इस बात से खुश थे कि वह कालेज की सीढिय़ां चढेंग़े, जबकि कुछ छात्रों को इस बात का मलाल भी था कि उन्होंने साल भर मेहनत की थी, अगर परीक्षा होती तो वह मेरिट में अपनी जगह बना सकते थे। डा. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर किदवई नगर, चिंटल स्कूल रतन लाल नगर, शीलिंग हाउस खलासी लाइन, हडर्ड स्कूल सिविल लाइंस, डा. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर अवधपुरी, सेंट मैरी स्कूल कैंट, सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल कैंट, मेथाडिस्ट स्कूल कैंट, मर्सी मेमोरियल स्कूल किदवई नगर व यूनाइटेड पब्लिक स्कूल सिविल लाइंस का परीक्षा परिणाम सौ फीसद रहा।
-छात्र छात्राओं को स्कूल में हुई परीक्षाओं के प्रदर्शन के आधार पर 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अंक दिए गए हैं। इसमें उनकी पहले की गई मेहनत शामिल है। कोरोना संक्रमण के कारण यह दूसरी बार है जब मेरिट जारी नहीं की गई। -केवी विंसेंट, सिटी कोआर्डिनेटर आइसीएसई