देरी का खेल शुरू होने के कारण इस बार भी सर्दी के बाद बच्चों को मिलेंगे स्वेटर

स्वेटर वितरण को लेकर अभी महज 19 फर्मों से लिए नमूने कहीं कोई तैयारी नहीं 31 अक्टूबर शासन ने तय की थी डेडलाइन अब सर्दी के बाद बच्चों तक पहुंचेंगे विभागीय अफसर बिड कराने में फेल हो रहे हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:43 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:43 PM (IST)
देरी का खेल शुरू होने के कारण इस बार भी सर्दी के बाद बच्चों को मिलेंगे स्वेटर
अब तक 19 फर्मों से नमूने लिए जा चुके।

कानपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में आला अफसर कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन विभाग की संचालित योजनाओं का बच्चों को समय से लाभ मिल सके, ये अब भी किसी सपने से कम नहीं है। बात जिले में स्वेटर वितरण की करें, तो इसमें देरी का खेल शुरू हो गया है और विभागीय अफसर बिड कराने में फेल हो रहे हैं। 21 अक्टूबर तक स्थिति यह है, कि अभी महज 19 फर्मों से नमूने लिए गए हैं, अब इनका परीक्षण कराया जाएगा। जबकि शासन द्वारा बच्चों को स्वेटर वितरण की डेडलाइन 31 अक्टूबर है। ऐसे में बच्चों को किसी हाल में तय समय पर स्वेटर नहीं मिल पाएंगे। हर साल की तरह इस साल भी सर्दी के बाद स्वेटर मिलेंगे।

अफसर और कर्मियों पर जानबूझकर देरी करने का आरोप

 शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने यह शंका जताई है, कि स्वेटर वितरण प्रक्रिया को पूरा करने में अफसर व कर्मी जानबूझकर देरी कर रहे हैं। जब समय बीत जाएगा, तो उसके बाद जेम पोर्टल से खरीदारी के बजाए सीधे फर्मों से स्वेटर लेकर बच्चों को दे दिए जाएंगे। न जांच होगी, न पड़ताल। वहीं फर्मों को लाभ देने के एवज में सभी का भला भी हो जाएगा। हालांकि अफसरों ने इस बात से इन्कार किया है।

पहली बिड में 35 तो दूसरी बिड में 45 फर्मों ने किया आवेदन

विभाग की ओर से टेंडर प्रक्रिया में जब पहली बिड हुई तो 35 फर्मों ने आवेदन किया था। इनमें से 11 ने फॉर्म गलत भरे गए, तो वहीं अन्य के सैंपल फेल हो गए। दूसरी बिड में 45 में से 19 फर्मों के सैंपल अब लिए गए हैं।

इनका ये है कहना

31 अक्टूबर तक बच्चों को स्वेटर दे पाना संभव नहीं हो पा रहा है। हालांकि मानकों को ध्यान में रखते हुए पूरी कोशिश होगी, कि बच्चों को जल्द स्वेटर मिल जाएं। - डॉ.पवन तिवारी, बीएसए

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