उरई में रिटायर्ड कानूनगो की दरिंदगी का शिकार हुए बच्चों की सही संख्या जानने में जुटी टीमें
गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह खुद आरोपित के घर पहुंचे। उस कमरे का निरीक्षण किया जहां पर आरोपित नाबालिगों को अपनी हवस का शिकार बनाता था और उनके वीडियो बनाया करता था। एसपी आरोपित ने आरोपित रामबिहारी की मां बहन तथा उसके भाई से भी पूछताछ की।
उरई, जेएनएन। नाबालिगों के साथ कुकर्म कर उनके वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोपित रिटायर्ड कानूनगो रामबिहारी के जेल जाने के बाद अब उसके कारनामों के तमाम किसे सामने आ रहे हैं। जिनको लेकर पुलिस वाले तक सन्न हैं। पुलिस कई ङ्क्षबदुओं पर जांच कर रही है। गुरुवार को झांसी के साइबर थाने से आयी टीम के अलावा विधि विज्ञान प्रयोगशाला की फोरेंसिक टीम ने भी आरोपित के घर की तलाशी लेकर उसके विरुद्ध साक्ष्य जुटाए।
नाबालिगों के साथ कुकर्म कर उन्हें ब्लैकमेल करने वाले रिटायर्ड कानूनगो रामबिहारी राठौर के घर की तलाशी साइबर क्राइम और फारेंसिक टीम के द्वारा ली गई। टीम को आरोपित के घर से पैन ड्राइव सिम, कार्ड रीडर सहित कई आपत्तिजनक चीजें व दवाएं बरामद मिली हैं। जिनको साक्ष्य के तौर पर पुलिस ने जब्त कर लिया है। अंदेशा है कि यौन उत्पीडऩ का शिकार हुए नाबालिगों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है, परंतु बदनामी के भय से अभी तमाम पीडि़त सामने नहीं आए हैं। कुल नाबालिगों को पुष्टि हुई है। जिनमें दो ने मुकदमा दर्ज कराया है।
एसपी ने किया आरोपित के घर का निरीक्षण
गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह खुद आरोपित के घर पहुंचे। उस कमरे का निरीक्षण किया जहां पर आरोपित नाबालिगों को अपनी हवस का शिकार बनाता था और उनके वीडियो बनाया करता था। एसपी आरोपित ने आरोपित रामबिहारी की मां, बहन तथा उसके भाई से भी पूछताछ की। हालांकि स्वजनों ने यही कहा कि रामबिहारी की हरकतों के बारे में उनको कोई जानकारी नहीं थी।
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और मुकदमे हो सकते हैं दर्ज
नाबालिगों के यौन उत्पीडऩ के आरोपित रामबिहारी के ऊपर कानून की शिकंजा और कसेगा। अभी तक उसके विरुद्ध दो मुकदमा दर्ज हैं, एसपी का कहना है कि पीडि़तों की तहरीर मिलने पर रामबिहारी के विरुद्ध और भी मुकदमा दर्ज कराए जाएंगे।
पीडि़तों की सही संख्या पता लगाने में जुटी पुलिस
जांच के दौरान ऐसे कई किशोरों के नाम सामने आए हैं जो आरोपित की हवस का शिकार हुए हैं। हालांकि अभी तक दो के अलावा और कोई आरोपित के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराने पुलिस के पास नही पहुंचा जांच अधिकारी निरीक्षक क्राइम उदय भान गौतम ने गुरुवार को पीडि़तों से बात कर उनसे जानकारियां जुटाई है। जांच अधिकारी का कहना है कि कई पीडि़त किशोरों को चिह्नित किया गया है। लेकिन बयान दर्ज कराने और रिपोर्ट लिखाने के लिए अभी कोई सामने नहीं आया है। उन्होंने आरोपित के घर से बरामद हुए हार्डडिस्क एवं लैपटॉप में वीडियो में चिह्नित किए गए बच्चों के परिवारों से संपर्क किया जा रहा है, वह सामने आएं और आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराएं लेकिन अभी तक किसी की भी उन्हें तहरीर नहीं मिल पाई है। वहीं यह भी पता चला है कि पुलिस के पास तीन पीडि़त किशोरों के नाम और है जल्द ही उनकी ओर से भी मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। फिलहाल अभी आरोपित रिटायर्ड कानूनगो के विरुद्ध दो ही मुकदमे पीडि़त नाबालिगों द्वारा दर्ज कराए गए हैं। जांच अधिकारी ने आरोपित के घर से मिले कुछ सबूतों को अपने मोबाइल में कैद किए हैं। जिनकी जानकारी उन्होंने एसपी डॉ. यशवीर ङ्क्षसह को दी है उन्होंने बताया कि अभी जांच शुरू हुई है धीरे धीरे सभी परतें खुलती जाएगीं।
दिन भर चलता रहा जांच का सिलसिला पुलिस अधीक्षक ने रामबिहारी की मां, बहन व स्वजनों की की पूछताछ साइबर टीम ने ली घर की लताशी सिम कार्ड व पैन ड्राइव भी जब्त मोहल्ले के लोगों ने एसपी के सामने बयां की रामबिहारी की करतूतें वीडियो से यौन शोषण का शिकार तीन और बच्चे चिन्हित जुआ खेलते वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की तैयारी वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए फील्ट यूनिट की टीम ने भी की जांच आरोपित के विरुद्ध खुलकर सामने आये लोग एसपी के सामने नारेबाजी की घिनौने कृत्य में रामबिहारी के अलावा अभी किसी का नाम उजागर नहीं पूरे दिन मकान में रहा पुलिस का पहरा पीडि़त किशोरों की मेडिकल जांच पूरी हुई 10 दिन आरोपित को कोविड जेल में रखा जाएगा विवेचक के अलावा तीन अन्य टीमें भी जांच में लगायी गईं घर से जुआ व सट्टा का संचालन के भी सबूत मिले एक महिला भी शिकायत को लेकर सामने आई