परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अब इस तरह से कोरोना को हराएंगे, जानिए क्या है नई तरकीब

विभाग की ओर से इस सत्र में होने वाले खेलकूद कार्यक्रमों का विवरण जारी कर दिया गया है। जो आदेश जारी हुआ है उसके मुताबिक स्कूलों में अगस्त से खेलकूद प्रतियोगिताएं कराने के लिए कहा गया है उस समय विभाग की ओर से कोरोना संबंधी स्थितियों को भी देखा जाएगा।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 03:40 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 03:40 PM (IST)
परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अब इस तरह से कोरोना को हराएंगे, जानिए क्या है नई तरकीब
अगर हालात ठीक नहीं होंगे तो कार्यक्रम में फेरबदल किया जा सकता है

कानपुर, जेएनएन। भले ही इस समय देश में कोरोना महामारी का कहर दिख रहा हो, हालांकि परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अब खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर कोरोना को हराएंगे। विभाग की ओर से इस सत्र में होने वाले खेलकूद कार्यक्रमों का विवरण जारी कर दिया गया है। जो आदेश जारी हुआ है, उसके मुताबिक स्कूलों में अगस्त से खेलकूद प्रतियोगिताएं कराने के लिए कहा गया है, हालांकि उस समय विभाग की ओर से कोरोना संबंधी स्थितियों को भी देखा जाएगा। अगर हालात ठीक नहीं होंगे तो कार्यक्रम में फेरबदल किया जा सकता है।

ये खेल कराने होंगे : एथलेटिक्स, कुश्ती, वॉलीबाल, खो-खो, टेबिल टेनिस, जिम्नास्टिक, व्यायाम, योगा, जूडो़, बॉस्केटबाल, तैराकी, फुटबाल, क्रिकेट, कबड़्डी, हॉकी, बैडमिंटन, हैंडबॉल।

परिषदीय विद्यालयों को मिलेंगे पांच हजार रुपये : जिले में खेलकूद प्रतियोगिताएं नियमानुसार व मानक के मुताबिक हो सकें और सभी बच्चे प्रतिभाग कर सकें, इसके लिए परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को जहां पांच हजार रुपये मिलेंगे वहीं उच्च परिषदीय विद्यालयों को 10 हजार रुपये भेजे जाएंगे। हर व्यायाम शिक्षक को एक वाॢषक कैलेंडर भी बनाना होगा और उसे अपनी कार्ययोजना में शामिल करना होगा। कक्षा एक से लेकर आठवीं तक हर बच्चा किसी एक खेल से जरूर जुड़े, इसका ध्यान बीएसए को रखना होगा।

इनका ये है कहना

विद्यालयों में खेलकूद प्रतियोगिताएं कराने का आदेश जारी हुआ है। जैसे ही स्कूल खुलेंगे तो कार्ययोजना बनाकर प्रतियोगिताएं कराएंगे।

                                                                                                    डॉ.पवन तिवारी, बीएसए 

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