तीन साल में परिषदीय विद्यालयों में बढ़ गए 5415 बच्चे, जानिए इसकी पूरी वजह

जिला समन्वयक प्रबोध प्रताप सिंह ने बताया कि मिडडे मील यूनिफॉर्म किताबें समेत विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ मिलने के चलते बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा स्कूलों में अब पढ़ाई का स्वरूप भी बदल गया है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 01:31 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 01:31 PM (IST)
तीन साल में परिषदीय विद्यालयों में बढ़ गए 5415 बच्चे, जानिए इसकी पूरी वजह
अब जैसे ही स्कूल खुलेंगे, वैसे ही इस सत्र में नामांकन शुरू हो जाएगा

कानपुर, जेएनएन। वैसे तो जब परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति देखी जाती है तो आमतौर पर 50 फीसद से कम बच्चे ही अफसरों को मौजूद मिलते हैं। हालांकि इसके विपरीत अगर विभागीय आंकड़ों को देखें तो राहत की बात यह है, कि पिछले तीन सालों में जिले के अंदर परिषदीय व उच्च परिषदीय विद्यालयों में 5415 बच्चे बढ़ गए। अगर पिछले साल के आंकड़ों पर गौर करें तो कोरोना महामारी होने के बावजूूद लगभग तीन हजार बच्चों ने अपना नामांकन कराया। जिसके चलते जिले में मौजूदा समय में बच्चों की कुल संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच चुकी है। जिला समन्वयक प्रबोध प्रताप सिंह ने बताया कि मिडडे मील, यूनिफॉर्म, किताबें समेत विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ मिलने के चलते बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा स्कूलों में अब पढ़ाई का स्वरूप भी बदल गया है। नवाचार होने के चलते बच्चे अब स्मार्ट फॉर्म में पढ़ाई कर रहे हैं।

स्कूल खुलते ही शुरू होगा नामांकन : सत्र 2021 में वैसे तो नामांकन की प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू होनी थी। हालांकि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फिलहाल नामांकन शुरू नहीं हुआ है। अब जैसे ही स्कूल खुलेंगे, वैसे ही इस सत्र में नामांकन शुरू हो जाएगा।

एक नजर आंकड़ों पर:

सत्र बच्चों की कुल संख्या 2018 146350 2019 147575 2020 151765

इनका ये है कहना

पिछले तीन सालों में बच्चों की संख्या में वृद्धि होना अच्छी बात है। पूरी कोशिश होगी, कि इस सत्र में भी नामांकन बढ़े।

                                                                                             डॉ.पवन तिवारी, बीएसए 

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