कारोबारी के घर में बंधक थी सिलीगुड़ी की किशोरी, चाइल्ड लाइन ने कराया मुक्त Kanpur News
मोहल्लेवालों ने खरीदकर लाए जाने का आरोप लगा की थी शिकायत 16 अगस्त को किशोरी ने भी 100 नंबर पर किया था फोन।
कानपुर, जेएनएन। घरेलू कामकाज के लिए लाई गई सिलीगुड़ी की 16 वर्षीय किशोरी को चाइल्ड लाइन की टीम ने गुरुवार शाम आर्यनगर निवासी बुजुर्ग कारोबारी के घर से मुक्त कराया। कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कारोबारी किशोरी को खरीदकर लाए थे और पांच साल से बंधक बनाकर काम करा रहे थे।
आर्यनगर निवासी एक समाजसेवी ने पिछले दिनों जिलाधिकारी से कारोबारी की शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि किराना कारोबारी पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से 16 वर्षीय किशोरी को खरीदकर लाए हैं और बंधक बनाकर रखे हैं। 16 अगस्त को किशोरी ने 100 नंबर पर सूचना भी दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। गुरुवार को डीएम ने चाइल्ड लाइन को जांच के निर्देश दिए। गुरुवार को चाइल्ड लाइन समन्वयक प्रतीक धवन, धर्मेंद्र कुमार, गौरव सचान, आरती पाठक ने कोहना पुलिस के साथ छापा मारकर किशोरी को मुक्त करा लिया। थाना प्रभारी प्रभुकांत ने बताया कि देर शाम चाइल्ड लाइन के गौरव सचान की तहरीर पर कारोबारी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी, किशोर न्याय अधिनियम आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। टीम किशोरी को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करेगी। दिल्ली की एजेंसी से भी पूछताछ की जाएगी।
वेतन दिया न कहीं आने-जाने की आजादी
किशोरी ने बताया कि वह साढ़े पांच साल पहले काम करने कारोबारी के घर आई थी लेकिन कभी कोई मासिक वेतन नहीं दिया गया। आरोप है कि कारोबारी व उसके परिवारीजन कभी उसके माता-पिता से बात भी नहीं कराते थे और न ही कहीं आने जाने देते थे।
दिल्ली की एजेंसी के जरिए आई थी किशोरी
80 वर्षीय बुजुर्ग कारोबारी ने बताया कि दिल्ली की एजेंसी के जरिए किशोरी को अपनी और पत्नी की देखभाल के लिए रखा था। एजेंसी को वेतन का भुगतान किया जाता है।