चीफ जस्टिस गोविंद माथुर ने कहा, देश में सेकुलरिज़्म सुरक्षित है और आगे भी रहेगा

इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति ने कानपुर में सीबीआई कोर्ट की स्थापना के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया।

By AbhishekEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 01:47 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 01:47 PM (IST)
चीफ जस्टिस गोविंद माथुर ने कहा, देश में सेकुलरिज़्म सुरक्षित है और आगे भी रहेगा
चीफ जस्टिस गोविंद माथुर ने कहा, देश में सेकुलरिज़्म सुरक्षित है और आगे भी रहेगा

कानपुर, जेएनएन। चीफ जस्टिस गोविंद माथुर ने कहा है कि मौजूदा हालात को देखते हुए वर्तमान में मानसिकता विकसित हो रही है कि देश की संवैधानिक संस्थाएं सुरक्षित हैं। संवैधानिक संस्थाओं के विस्तार में संवैधानिक मूल्यों का बहुत बड़ा हाथ है, ऐसे में मेरा मानना है कि देश में सेकुलरिज़्म पूरी तरह सुरक्षित है और रहेगा। इसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी अधिवक्ताओ पर भी है। उन्होंने शानिवार को स्व. श्याम सुंदर भाटिया और स्व. नरसिंह सचान स्मृति कक्ष का लोकार्पण किया।

बार एसोसिएशन के राम अवतार महाना हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य न्यायमूर्ति ने कहा कि मुझे जीवन में इतने गुलाब कभी नहीं मिले, जिस प्रयोजन के लिए मैं यहां आया वह सफल हुआ। पत्रकारिता के लिए मुख्य न्यायाधीश ने गणेश शंकर विद्यार्थी का नाम भी लिया। स्वर्गीय नरसिंह सचान के जीवन पर कहा, अल्पायु में ही उन्होंने अपने जीवन को पूर्ण कर लिया था। वरिष्ठ अधिवक्ता योगेश भसीन द्वारा सीबीआई कोर्ट की मांग पर उन्होंने पूरा प्रयास करने का भरोसा दिया। मुख्य न्यायाधीश ने न्यायमूर्ति पंकज भाटिया को युवाओं के लिए यूथ आइकन बताया।

कार्यक्रम में न्यायमूर्ति शशिकांत गुप्ता ने कानपुर की यादों को अधिवक्ताओं के साथ साझा किया। कानपुर नगर के प्रशासनिक न्यायमूर्ति विवेक कुमार बिड़ला ने हार से सीखने की बात कही। उन्होंने कहा की वरिष्ठ अधिवक्ता बहस करके निकल जाते हैं, जबकि जूनियर अधिवक्ताओं की जान निर्णय पर अटकी रहती है। ऐसे में जिसने हार से सीखा वह दूर तक का सफर तय करता है। उन्होंने मुकदमो की पेंडेंसी की समस्या पर कहा, अधिवक्ता मुकदमे की बेहतर तैयारी करें तो निर्णय जल्दी आएगा और पेंडेंसी को खत्म करने में मदद मिलेगी।

न्यायमूर्ति पंकज भाटिया ने कहा कानपुर विधि के बेहतर प्रयोगों के साथ बेहतर निर्णयों के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि कठिन मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। कठिन मेहनत से सब कुछ मिलता है। बार एसोसिएशन की ओर से मुख्य न्यायाधीश को स्वामी विवेकानंद की पुस्तकों का संकलन और शमी का पौधा भेंट किया। संचालन बार एसोसिएशन के महामंत्री कपिल दीप सचान ने किया और लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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