Cheating in the name of insurance Premium : शातिर वेंडरों को दुकानों से कराते थे Online Payment

छानबीन में सामने आया था कि शातिर विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों के वेंडरों से डाटा खरीदते थे। एक रुपये प्रति व्यक्ति सूचना का दिया जाता था। जिसका भुगतान खुद सीधे न करके दुकान जाकर गूगल पे या फिर पेटीएम के माध्यम से कराते थे।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:38 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 12:35 PM (IST)
Cheating in the name of insurance Premium : शातिर वेंडरों को दुकानों से कराते थे Online Payment
दिल्ली में भी शातिरों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया

कानपुर, जेएनएन। उत्तरप्रदेश के कानपुर में क्राइम ब्रांच और बर्रा की संयुक्त टीम ने इंश्योरेंस प्रीमियम में छूट का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का राजाफाश किया था। टीम ने सरगना समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार किया था। छानबीन में सामने आया था कि शातिर विभिन्न बीमा कंपनियों के वेंडरों से बीमा धारकों का डाटा खरीदते थे। उसके बाद दुकानों से वेंडरों को गूगल पे या फिर पेटीएम के जरिए भुगतान कराते थे।

बर्रा तात्याटोपे नगर निवासी अमित गुप्ता से इंश्योरेंस प्रीमियम जमा करने में छूट का झांसा देकर साइबर ठग गिरोह ने 51 हजार की ठगी कर ली थी। मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही थी। क्राइमब्रांच की टीम ने छापेमारी करके कार्रवाई की। डलमऊ रायबरेली निवासी वरुण, उसका भाई करन, उत्तम नगर दिल्ली निवासी करन शर्मा, वहीं का आमन, दिल्ली निवासी आशीष कनौजिया उर्फ जटायु, घटिया अजमत अली नौरंगाबाद इटावा निवासी शिवम उर्फ फई बताया था। शिवम गिरोह का सरगना था। आरोपितों के पास से एक लैपटाप, चार एटीएम, 15 मोबाइल चार्जर, आठ मोबाइल, 7440 रुपये की नकदी, 11 सिमकार्ड अलग-अलग कंपनियों के बरामद हुए थे। पकड़े गए लोगों की निशानदेही पर पुलिस ने फर्जी आइडी पर सिमकार्ड देने वालों को दबोचा था। छानबीन में सामने आया था कि शातिर विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों के वेंडरों से डाटा खरीदते थे। एक रुपये प्रति व्यक्ति सूचना का दिया जाता था। जिसका भुगतान खुद सीधे न करके दुकान जाकर गूगल पे या फिर पेटीएम के माध्यम से कराते थे।

तेलंगाना समेत कई जगह का लिया था डाटा : क्राइम ब्रांच के मुताबिक शातिर ठगों ने वेंडरो के जरिए तेलंगाना, महाराष्ट्र, बंगलुरु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश समेत कई स्थानों का डाटा खरीदा था। दिल्ली में भी शातिरों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया, लेकिन पुलिस की पकड़ से दूर रहे।

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