दीपदान कर मनाया भगवान परशुराम की जयंती
भगवान परशुराम की जयंती पर घर-घर दीपदान और हवन पूजन किया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : भगवान परशुराम की जयंती पर घर-घर दीपदान और हवन पूजन किया गया। भक्तों ने सपरिवार भगवान का स्मरण कर संक्रमण से मुक्ति की प्रार्थना की। प्रतिवर्ष शोभायात्रा व अन्य आयोजन करने वाली समितियों ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सिर्फ हवन-पूजन किया।
शुक्रवार को भगवान परशुराम महासभा द्वारा निराला नगर में पूजन-अर्चन किया गया। महासभा के अध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने भगवान के चित्र व फरसे का अभिषेक पूजन किया। हवन का इंटरनेट मीडिया के जरिए लाइव प्रसारण किया गया। संध्याकाल में भक्तों ने घरों में 11-11 दीप जलाकर प्रभु का वंदन किया। महासभा द्वारा 15 मई को सुंदरकांड का पाठ का आयोजन कर कोरोना महामारी से मुक्ति की प्रार्थना की जाएगी। इस अवसर पर पंडित श्याम नारायण शुक्ल, राजेंद्र अवस्थी, मोहित अवस्थी, गोपाल दीक्षित, मिथलेश आदि उपस्थित रहे।
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पौधारोपण कर मनाया भगवान परशुराम का जन्मोत्सव
भगवान परशुराम सर्व कल्याण सेवा समिति द्वारा आर्यनगर स्थित परशुराम वाटिका में पौधारोपण कर भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। समिति के महामंत्री शेष नारायण त्रिवेदी की अगुवाई में वाटिका में लगी भगवान की प्रतिमा का दूध व गंगाजल से स्नान कराया गया। आचार्य नरेंद्र शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के बीच हवन कराया। इससे पहले समिति द्वारा संतों का सम्मान भी किया गया। संयोजक अजय शर्मा, सुखदेव शुक्ला, डॉ. उमेश पालीवाल, डॉ. वीएन आचार्य व मनोज शुक्ला आदि उपस्थित रहे। वहीं, कानपुर उद्योग व्यापार मंडल द्वारा जीटी रोड स्थित संगठन कार्यालय में भगवान के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन किया गया। मंडल के सदस्यों ने वटवृक्ष लगाकर उसका नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखा। इस अवसर पर पीयूष त्रिपाठी, जागृत मिश्रा, विकास बाजपेई, रमन द्विवेदी, अन्नू जागृत व आलोक मिश्रा उपस्थित रहे। अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद मंडल के उपाध्यक्ष प्रत्युष द्विवेदी ने भगवान के चित्र को गंगा जल से स्नान कराकर पूजन अर्चन किया। पंडित सोमदत्त, महेश चंद्र, दिव्य द्विवेदी, निशी ने भगवान की आरती उतारकर सुख-समृद्धि की कामना की। वहीं अखिल भारतीय सर्व ब्राह्माण महासभा के सदस्यों ने भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर अपने-अपने घरों में घी के दीपक जलाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र द्विवेदी, ओम नारायण त्रिपाठी, डॉ. दिवाकर मिश्र, अनूप त्रिपाठी एवं मंजू त्रिपाठी उपस्थित रहीं।