CBSE कर रहा बाल विज्ञानियों की तलाश, अटल स्पेस चैलेंज में हुनर दिखा सकेंगे छात्र

सीबीएसई की ओर से छात्रों के लिए अटल स्पेस चैलेंज आयोजन को लेकर सर्कुलर जारी कर दिया गया है। अटल इनोवेशन मिशन के तहत बाल विज्ञानी तलाशने नवाचार करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने की तैयारी की गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 01:04 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:32 PM (IST)
CBSE कर रहा बाल विज्ञानियों की तलाश, अटल स्पेस चैलेंज में हुनर दिखा सकेंगे छात्र
सीबीएसई छात्रों के नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा।

कानपुर, जेएनएन। आमतौर पर जब सीबीएसई छात्र विज्ञान पढ़ते हैं तो यह विषय, उन्हें अन्य विषयों की अपेक्षा कठिन लगता है। हालांकि, विज्ञान को सरलता से समझाने के लिए कई सीबीएसई स्कूलों में अटल इनोवेशन मिशन के तहत अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की गई। इसके बाद नवाचार करने वाले, विज्ञान के प्रति अधिक रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं ने इन प्रयोगशालाओं में नित नए प्रयोग किए।

छात्रों की बढ़ती जिज्ञासा को देखते हुए सीबीएसई ने अटल स्पेस चैलेंज की शुरुआत कर दी है। 30 सितंबर तक इस चैलेंज के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस आयोजन को लेकर सीबीएसई के निदेशक स्किल एजूकेशन व प्रशिक्षण डा.बिस्वजीत साहा की ओर से सर्कुलर अपलोड कर दिया गया है।

इसरो व अटल इनोवेशन मिशन भी होगा साथ

इस अटल स्पेस चैलेंज के आयोजन को लेकर सीबीएसई के साथ जहां इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) के विशेषज्ञ होंगे, वहीं अटल इनोवेशन मिशन के एक्सपर्ट भी पूरे आयोजन की गतिविधियों को देखेंगे। इस चैलेंज में छात्रों के लिए भी कई दिशा-निर्देश जारी हुए हैं।

गेमिंग टेक्नोलाजी से एप डेवलपमेंट पर काम

दरअसल यूनाइडेट नेशन जनरल एसेंबली की ओर से चार से 10 अक्टूबर तक वर्ल्ड स्पेस वीक का आयोजन किया जाना है। इस वीक को लेकर ही अटल स्पेस चैलेंज का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन में छात्रों को गेमिंग टेक्नोलाजी, एप डेवलपमेंट, स्पेस एप, थ्री-डी टेक्नोलाजी, ड्रोन टेक्नोलाजी, रोबोटिक्स समेत कई अन्य आधुनिक तकनीकों पर काम करके दिखाना होगा। सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर बलविंदर सिंह ने कहा सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य अपने स्कूलों से अधिक से अधिक छात्रों को इस चैलेंज में प्रतिभाग करने के लिए प्रोत्साहित करें।

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