CBSE News: आंतरिक मूल्यांकन निभाएगा अहम भूमिका, अंक न पहुंचे तो फंस सकता छात्रों का परिणाम
सीबीएसई ने इस सत्र में नई व्यवस्था लागू की है वहीं 10वीं के छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। कोरोना महामारी के चलते कई स्कूलों में ताला बंद रहा है जिससे प्रायोगिक परीक्षाओं पर भी संकट बना रहा है।
कानपुर, जेएनएन। सीबीएसई बोर्ड से पढ़ने वाले उन छात्रों की आगामी दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जिनके आंतरिक मूल्यांकन के अंक बोर्ड को नहीं भेजे गए हैं। दरअसल दो दिनों पहले ही कोरोना वायरस से बढ़ते मामलों को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। इसके अलावा बोर्ड की ओर से यह भी कहा गया, कि छात्रों का परिणाम बोर्ड की ओर से जारी किया जाएगा।
बोर्ड से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है, कि इस परिणाम में आंतरिक मूल्यांकन के अंक अहम भूमिका निभाएंगे। हालांकि गौर करने वाली बात यह है, कि बोर्ड भी तभी परिणाम जारी कर पाएगा जब स्कूलों की ओर से आंतरिक मूल्यांकन के अंक वहां पहुंचेंगे।
कई स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा पर संकट : कोरोना महामारी के चलते सरकार ने लगातार स्कूलों को बंद रखा। एक मार्च से लेकर मार्च के दूसरे हफ्ते तक ही स्कूल खुले। ऐसे में कई स्कूल ऐसे हैं, जहां प्रायोगिक परीक्षाओं पर संकट छाया रहा है। अंदरखाने चर्चा इस बात की है, कि अब स्कूलों की ओर से इस मामले पर बोर्ड को पत्र भेजा जा रहा है और मदद की गुहार लगाई गई है। यह बात बिल्कुल सही है कि जब तक आंतरिक मूल्यांकन के अंक बोर्ड के पास नहीं पहुंचेंगे तब तक छात्रों का परिणाम नहीं जारी हो पाएगा। जिन स्कूलों की ओर से अंक नहीं भेजे गए हैं, वह जल्द से जल्द भेज दें। -बलविंदर सिंह, सिटी कोआर्डिनेटर, सीबीएसई.