CBSE News: ब्लाकचेन तकनीक से अब बोर्ड परीक्षा परिणाम के दस्तावेज रहेंगे सुरक्षित
सीबीएसई ने अब ब्लाकचेन तकनीक के उपयोग करने की जानकारी दी है। इसी सत्र से नई व्यवस्था लागू करके बोर्ड परीक्षा परिणाम के दस्तावेज सुरक्षित किए जाएंगे । इसके लिए स्कूलों को भी सूचना दी गई है ।
कानपुर, जेएनएन। हमेशा से ही छात्रहित में फैसले लेने वाले सीबीएसई बोर्ड ने एक बार फिर से बड़ा फैसला किया है। बोर्ड की ओर से जारी परीक्षा परिणाम संबंधी सभी दस्तावेज हमेशा के लिए सुरक्षित रहें, इसके लिए अब बोर्ड की ओर से दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर ब्लाकचेन तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
इस तकनीक के लिए बोर्ड ने जहां सेंटर आफ एक्सीलेंस के विशेषज्ञों की मदद ली, वहीं नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटरक से करार भी किया है। इस संबंध में बोर्ड की ओर से वेबसाइट पर सर्कुलर भी अपलोड कर दिया गया है। इस तकनीक का उपयोग होने के बाद परिणाम संबंधी दस्तावेजों में जहां पारदर्शिता होगी, वहीं वह पूरी तरह से टैंपर प्रूफ होंगे और उनमें किसी तरह के कागज का उपयोग नहीं किया जाएगा। कोरोना महामारी के दौर में इस तरह के दस्तावेजों का उपयोग करने से छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमण से भी बच सकेंगे।
2004 से 2021 तक का रिकार्ड हुआ डिजीटल
सीबीएसई की ओर से जारी सर्कुलर में बताया गया कि बोर्ड द्वारा 2004 से 2021 तक का पूरा रिजल्ज संबंधी रिकार्ड डिजीटल कर दिया गया है। छात्र-छात्राएं एक क्लिक पर अपना 10वीं व 12वीं का परिणाम देख सकते हैं। साथ ही बोर्ड की ओर से अब डिजीटल अंकतालिका भी मुहैया करा दी गई हैं। छात्र-छात्राओं ने अपने डिजीलाकर अकाउंट भी बना रखे हैं।
स्कूलों व बोर्ड कार्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे
सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर बलविंदर सिंह ने बताया कि पिछले सत्रों में तमाम छात्र-छात्राएं अपनी अंकतालिकाओं, प्रमाण पत्रों को लेकर स्कूलों व बोर्ड कार्यालय के चक्कर लगाकर परेशान होते थे। हालांकि, सीबीएसई ने अब जो व्यवस्था कर दी है, उससे निश्चित तौर पर छात्रों को काफी सहूलियत मिलेगी।