नाइजीरिया का युवक अकेला नहीं था, कई भारत के लोग भी देते थे उसका साथ

आरोपित के सभी साथियों के फोन नंबर बंद हैं। नोएडा व दिल्ली पुलिस के साथ सॢवलांस की मदद से तलाश जारी है। डीसीपी सलमान ताज पाटिल ने बताया कि आरोपित युवकों को लाटरी का और महिलाओं को गिफ्ट का झांसा देकर फंसाता था।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:20 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:20 AM (IST)
नाइजीरिया का युवक अकेला नहीं था, कई भारत के लोग भी देते थे उसका साथ
कस्टम अधिकारी बनकर ठगी करने के आरोप में पकड़ा गया आरोपित नाइजीरियन नागरिक ओकुवारिमा मोसिस। जागरण

कानपुर, जेएनएन। फेसबुक व इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर युवतियों को गिफ्ट भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगने करने वाले नाइजीरियन ओकुवारिमा मोसिस के छह साथियों की तलाश हो रही है। इनमें दो नाइजीरियन युवक, दो महिलाएं व दो अन्य लोग हैं। जांच में सामने आया कि आरोपित ने तमिलनाडु, तेलंगाना, असम व केरल के लोगों को भी ठगा था। पीडि़तों का पता लगाया जा रहा है। नाइजीरिया के दूतावास को भी पूरी जानकारी दी गई है।

मई में नवाबगंज के पहलवानपुरवा निवासी निजी कंपनी की कर्मचारी पूजा से यूके निवासी केविन हेरिसन बताकर नाइजीरियन ठग ने इंस्टाग्राम पर दोस्ती की और महंगा उपहार भेजने का झांसा दिया। तीन जून को एक महिला ने कस्टम अधिकारी बताकर पूजा को फोन किया और मुकदमे में फंसाने का डर दिखाकर टैक्स, मनीलैंङ्क्षडग प्रमाणपत्र आदि मदों में 4.05 लाख रुपये खाते में जमा करा लिए थे। पूजा ने गिफ्ट लेने से इन्कार कर पैसे वापस मांगे तो आरोपित ने फोन नंबर ब्लाक कर दिया। तब पूजा ने मुकदमा लिखाया। शनिवार को क्राइम ब्रांच ने बैंक खातों व फोन नंबरों की पड़ताल कर राजफाश किया और मोसिस को दिल्ली-नोएडा बार्डर पर गिरफ्तार किया। अब पुलिस को मोसिस की महिला मित्र मिंडी व जेसिका समेत छह साथियों का पता लगा है। दोनों महिलाएं भारतीय हैं। वही कस्टम अधिकारी बताकर फोन करती थीं। आरोपित के सभी साथियों के फोन नंबर बंद हैं। नोएडा व दिल्ली पुलिस के साथ सॢवलांस की मदद से तलाश जारी है। डीसीपी सलमान ताज पाटिल ने बताया कि आरोपित युवकों को लाटरी का और महिलाओं को गिफ्ट का झांसा देकर फंसाता था। गिरोह के सदस्य कभी कस्टम अधिकारी तो कभी आयकर अधिकारी बताकर फोन करके धमकाते थे। बरामद हुए फोन और प्री एक्टिवेटेड सिम गफ्फार मार्केट से लिए गए थे।

बीएससी पास है, शादी के बाद भारत आया था मोसिस : नाइजीरिया के ओगुन राज्य के एबियोकुटा सिटी निवासी मोसिस बायोलाजी से बीएससी पास है। परिवार में माता, पिता, भाई, बहन व पत्नी है। पत्नी कपड़ों की दुकान चलाती है। वर्ष 2019 में आरोपित की शादी हुई थी। अगस्त 2019 में वह मेडिकल वीजा पर भारत आया और यहीं बस गया।

बनाई थी आयकर व कस्टम विभाग की फर्जी मेल आइडी : आरोपित ने लोगों को झांसा देने के लिए आयकर विभाग, कस्टम विभाग व अन्य राज्यों की पुलिस की फर्जी ईमेल आइडी बनाई थी। पीडि़त को डराने के लिए इन्हीं ईमेल आइडी से वह मैसेज भी भेजता था। उसमें फर्जी तरीके से बनाए गए नियम-कानून लिखे होते थे जिन्हेंं देखते ही लोग डर जाते थे।

हीरों का हार भेजने का दिया था झांसा, फोटो भी दिखाई : आरोपित ने नवाबगंज की युवती को पांच लाख रुपये कीमत का हीरों का हार भेजने का झांसा दिया था। हार की फोटो भी भेजी थी। जब कस्टम विभाग से फोन आने पर युवती ने मोसिस को फोन करके जानकारी दी तो उसने कहा कि उपहार काफी महंगा है, टैक्स के पैसे दे दो।

गरीबों को झांसा देकर खुलवाए खाते, 30 लाख रुपये मौजूद : आरोपित ने दिल्ली में साउथ एक्स, मालवीय नगर आदि स्थानों पर गरीबों को मासिक रकम देने का झांसा देकर खाते खुलवाए और पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड ले लिए थे। इन खातों में रकम जमा कराता और निकालकर नाइजीरिया वाले खाते में जमा करता था। उस खाते में 30 लाख रुपये अभी भी हैं।

साकेत नगर के क्लब में बना गैंग, विदेशी अधिनियम में मुकदमा : नाइजीरिया से मोसिस पहले मुंबई आया था। कुछ दिन बाद दिल्ली के साकेत नगर में किराये पर रहने लगा। वहीं एक क्लब में उसकी दोस्ती नाइजीरियन युवकों व दोनों महिलाओं से हुई। आरोपित वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी रह रहा था। इस पर विदेशी अधिनियम के तहत भी मुकदमा लिखा गया है। 

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