जाड़े में जानलेवा हो सकता है कार का ब्लोअर और हीटर, इन बातों का रखें ध्यान

ब्लोअर चलाते समय कार के शीशे थोड़े खुले रहने दें ताकि बनी रहे ऑक्सीजन की मात्रा।

By AbhishekEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 02:07 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 02:17 PM (IST)
जाड़े में जानलेवा हो सकता है कार का ब्लोअर और हीटर, इन बातों का रखें ध्यान
जाड़े में जानलेवा हो सकता है कार का ब्लोअर और हीटर, इन बातों का रखें ध्यान
कानपुर (जागरण स्पेशल)। कार का ब्लोअर और हीटर जानलेवा साबित हो सकता है। इसे बेहद सावधानी से प्रयोग करना चाहिए। ब्लोअर चलाएं भी तो वाहन का वेंटिलेशन सिस्टम ठीक करें। मसलन शीशे थोड़े खुले रहने दें ताकि ऑक्सीजन की मात्रा बनी रहे।
मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल के प्रो. सुधीर चौधरी के मुताबिक कार का शीशा बंद होने पर कार्बन डाईऑक्साइड (सीओटू) का घनत्व बढ़ जाता है। शरीर में पहुंचने के बाद ये कार्बोक्सी हीमोग्लोबिन बना देता है। इससे ऑक्सीजन लेने की क्षमता कम हो जाती है। इस अवस्था में व्यक्ति सोते सोते ही बेहोश हो जाता है। इससे दिमाग कोमा में भी जा सकता है। कई मामलों में मौत तक हो जाती है।
दिमाग, दिल को ऑक्सीजन की जरूरत
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रो. राघवेंद्र गुप्ता के मुताबिक सबसे अधिक दिल और दिमाग को ऑक्सीजन की जरूरत होती है। अगर अत्याधिक मेहनत कर रहे हैं तो मांसपेशियों को ऑक्सीजन अधिक चाहिए। सीओटू से दिमाग तुरंत बेहोशी की हालत में आ जाता है।
ये हैं कारण
एचबीटीयू के मैकेनिकल इंजीनियङ्क्षरग विभागाध्यक्ष प्रो. आनंद कुमार के मुताबिक हीटर और ब्लोअर वाहन में ऑक्सीजन की कमी करता है। नमी कम होती चली जाती है। इससे गला सूखना और दम घुटने जैसा महसूस होता है। यही स्थिति अंगीठी, आग जलाकर कमरे में सोने की होती है। ऑक्सीजन की कमी से कार्बन मोनोऑक्साइड पैदा हो जाती है, जो अत्यधिक जहरीली गैस होती है।
गैराज के अंदर गाड़ी पार्क करके न चलाएं ब्लोअर
विशेषज्ञों के मुताबिक खुली जगह पर कार में ब्लोअर और हीटर का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन गैराज के अंदर यह खतरनाक होता है। गैराज में बहुत ही सीमित मात्रा में ऑक्सीजन रहती है।
बाहर से अंदर हवा आने का ऑप्शन
एआरटीओ प्रशासन आदित्य त्रिपाठी के मुताबिक नई कारों में बाहर से हवा अंदर आने का ऑप्शन होता है। इसमें ब्लोअर या हीटर चलाने के बावजूद ऑक्सीजन मिलती रहती है।
फिटनेस में नहीं चेक होते एसी, ब्लोअर
संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) की फिटनेस जांच में एसी, ब्लोअर आदि की जांच नहीं की जाती है। कई बार लोग गैर प्रमाणित जगहों पर एसी और ब्लोअर को इंस्टॉल करा लेते हैं, जिसका उपयोग खतरनाक हो सकता है।
क्या करें और क्या न करें
- नियमित तौर पर कारों की सर्विसिंग कराएं।
- किसी तरह का लीकेज होने पर उसे ठीक कराएं।
- सेंट्रल लॉक सिस्टम नियमित चेक कराएं।
- कार में धूमपान का प्रयोग बिल्कुल न करें।
- टेंपरेचर मीटर और कूलिंग सिस्टम की जांच कराएं।
- कार में अग्निशमन यंत्र रखें।
- वायरिंग लूज न हो।
- कार का शीशा थोड़ा खुला  रखें ।  
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