अलिया भट्ट के बाद अब कनाडा ने दिखाई आइआइटी के स्टार्टअप में रुचि, टीबीसी में हुआ करार
आइआइटी कानपुर के फर्स्ट और कनाडा के टीबीडीसी में करार हुआ है। अब आइआइटी के विशेषज्ञ कनाडा के छात्रों के उद्यमिता विकास में सहयोग करेंगे। इससे पहले मशूहर अभिनेत्री आलिया भट्ट स्टार्टअप कंपनी में निवेश कर चुकी हैं।
कानपुर, जेएनएन। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर के स्टार्टअप ने बालीवुड में छाप छोड़ने के साथ विदेश में भी खासा पहचान बना रहे हैं। मशहूर अभिनेत्री अलिया भट्ट के बाद अब कनाडा ने आइआइटी के स्टार्टअप में रुचि दर्शायी है। आइआइटी के विशेषज्ञ कनाडा के छात्रों के स्टार्टअप में सहयोग करेंगे, जबकि कनाडा के जानकार देश के युवाओं के उद्यमिता विकास में बढ़ावा देंगे। सोमवार को आइआइटी के इंक्यूबेटर फाउंडेशन फार इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलाजी (फस्र्ट) और कनाडा के टोरंटो बिजनेस डेवलपमेंट सेंटर (टीबीडीसी) के बीच करार हुआ है।
दोनों संस्थाएं युवाओं को अपने-अपने यहां छह माह के लिए उद्यमिता विकास के अवसर देंगे। आइआइटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर ने बताया कि आइआइटी की सिंगापुर इंडिया चैैंबर आफ कामर्स के साथ पहले से ही साझेदारी है। टीबीडीसी के साथ काम करने से वैश्विक उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र में और पहचान बनेगी। फस्र्ट संस्थान के स्टार्टअप को कनाडा में बढ़ावा देने में सहयोग कर रहा है।
क्रास मेंटरशिप प्रोग्राम होगा लांच
फस्र्ट के सीईओ निखिल अग्रवाल ने बताया कि दोनों देशों में गो टू मार्केट रणनीति पर स्टार्टअप्स को सलाह देने के लिए तीन माह का क्रास मेंटरशिप प्रोग्राम लांच करेंगे। सर्वोत्तम विधियों और प्रक्रियाओं को सीखने व लागू करने के लिए स्टार्टअप कनेक्ट मीट का आयोजन किया जाएगा। एमओयू का प्राथमिक उद्देश्य स्टार्टअप वीजा और साफ्ट-लैंङ्क्षडग प्रोग्राम, बिजनेस एडवाइजरी, निवेशकों और उद्योग के साथ संपर्क स्थापित कराना है।
अलिया भट्ट भी कर चुकी हैं निवेश
आइआइटी के स्टार्टअप में बालीवुड की भी दस्तक हो चुकी है, मशहूर अभिनेत्री आलिया भट्ट ने भी यहां की स्टार्टअप कंपनी में निवेश किया है। अलिया ने आइआइटी के अंकित अग्रवाल की कंपनी 'फूलÓ में निवेश किया है। उन्होंने आइआइटी के स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर से 2017 में कंपनी तैयार की थी और धार्मिक स्थलों से निकले फूल व पूजन सामग्री से अगरबत्ती, धूपबत्ती और अन्य वस्तुएं तैयार कर रहे हैं। उन्हें कई संस्थाओं ने पुरस्कार से नवाजा है। अब इन फूलों से बनाया कृत्रिम चमड़े को फैशन वीक में खासा पसंद किया गया है। कंपनी को दो मिलियन यूएस डालर का सहयोग मिल चुका है और पूर्व संयुक्त राष्ट्र यंग लीडर्स अवार्ड, संयुक्त राष्ट्र मोमेंटम आफ चेंज अवार्ड, एशिया सस्टेनेबिलिटी अवार्ड, एलक्विटी ट्रांसफार्मिंग लाइव्स अवाड्र्स और बेकिंग आफ द वाल आफ साइंस पुरस्कार मिला है।