एक नजर में पढ़िए कानपुर शहर के बाजार की खबरें
कानपुर शहर में बाजार की हलचल बनी रहती है। आइटीसी पर गोष्ठी में टैक्स एसोसिएशन के विशेषज्ञों ने जानकारी दी। वाणिज्य कर विभाग ने माल दला ट्रक पकड़ लिया तो व्यापारियों ने अफसरों से मांग करके ट्रक छुड़वा लिया।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर शहर में बाजार में रोजाना हलचल रहती है। शहर में शुक्रवार को कानपुर इनकम टैक्स बार एसोसिएशन ने गोष्ठी का आयोजन किया, वहीं सोना अब 48 हजार रुपये के नीचे आ गया है। व्यापारियों ने प्रदर्शन करके वाणिज्य कर विभाग से माल लदा ट्रक छुड़वा लिया।
आइटीसी से समायोजित टैक्स पर ब्याज नहीं देना होगा
आइटीसी से समायोजित किए गए टैक्स पर ब्याज देय नहीं होगा। यह जानकारी शुक्रवार को किटबा (कानपुर इनकम टैक्स बार एसोसिऐशन) के सभाकक्ष में आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता चार्टर्ड एकाउंटेंट हिमांशु सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि पहले व्यापारी जीएसटीआर -2ए में दिखने वाली अनुमन्य आइटीसी का 120 फीसद तक केडिट ले सकता था, जिसे घटाकर एक जनवरी 2020 से 110 फीसद कर दिया गया। अब जनवरी 2021 से इसे 105 फीसद कर दिया गया।
अब कारोबारी के लिए सीए से जीएसटी का ऑडिट कराने की जरूरत नहीं रहेगी। व्यापारी को खुद सत्यापन करना होगा। जीएसटी में देरी से टैक्स जमा करने पर ब्याज का उत्तरदायित्व केवल उस देनदार पर आएगा। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष शिव मंगल जौहरी ने सभी का स्वागत किया। संचालन महामंत्री संजय कुमार गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में संतोष कुमार गुप्ता ने अध्यक्षता की। अंत में रंजीत ङ्क्षसह, आनंद ङ्क्षसह ने धन्यवाद दिया। सभा में आशीष जौहरी, शशी बाजपेई, अवधेश मिश्रा, पवन गुप्ता रहे।
व्यापारियों ने प्रदर्शन कर छुड़वाया ट्रक
वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों द्वारा पकड़े गए ट्रक को व्यापारियों ने शुक्रवार को कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर छुड़वा लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फजलगंज की एक लोहा फैक्ट्री में झारखंड से लोहा मंगवाया गया था। इसमें बिल व ई-वे बिल दोनों थे। इसके बाद भी अधिकारियों ने ई वे बिल की अवधि समाप्त होने से पहले कानपुर सीमा में प्रवेश कर चुके ट्रक को जांच के नाम पर रातभर सड़क पर रोका और और सुबह साढ़े नौ बजे कार्यालय लाकर मेमो बना दिया।
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारी रात में गाड़ी रोक कर जानबूझ कर देरी कराते हैं और बाद में गाड़ी कार्यालय लाकर मेमो बना देते हैं। उन्होंने कहा कि सुबह छह बजे से शहर में नो इंट्री शुरू हो जाती है, ऐसे में सुबह साढ़े नौ बजे ट्रक के शहर में आने की बात गलत है। व्यापारियों ने अधिकारी की गाड़ी और उसकी मोबाइल लोकेशन को भी निकालने की मांग की। व्यापारियों की मांग पर गाड़ी छोड़ दी गई। प्रदर्शन करने वालों में फीटा के महासचिव उमंग अग्रवाल, संयोजक शिव कुमार गुप्ता, शेष नारायण त्रिवेदी, अरुण कुमार, जितेंद्र गुप्ता, शशिकांत जाखोदिया रहे।
सोना 48 हजार रुपये के नीचे आया
बजट के बाद तेजी से गिर रहा सोना शुक्रवार को 48 हजार रुपये प्रति दस ग्राम के नीचे आ गया। शुक्रवार को सोने के भाव 47,900 रुपये थे। इससे पहले सोना 47,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर 13 जून 2020 को था। शुक्रवार को गिरते-गिरते सोना वापस इसी भाव पर आ गया। हालांकि इस बीच सात अगस्त 2020 को सोना 57,900 रुपये हो गया था। यह सोने का आज तक का सबसे ज्यादा भाव रहा है। इसके बाद से सोना 8,000 रुपये रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर चुका है। एक फरवरी को सोना 50,500 रुपये प्रति 10 ग्राम था। अब तक सोना इस माह 2,600 रुपये गिर चुका है। चांदी का भाव 69,000 रुपये प्रति किलो है।