Business News Kanpur: छह बजे तक माल ट्रांसपोर्ट ना भेजा तो उठानी पड़ सकती लेटलतीफी की परेशानी
सामान्य दिनों की अपेक्षा वर्तमान में स्थितियां बदली हुई हैं। रात में आठ बजे कर्फ्यू लगने की वजह ट्रांसपोर्ट भी बंद हो जा रहा है। ट्रांसपोर्टरों ने थोक कारोबारियों को संदेश भेजे हैं कि वे छह बजे के करीब ट्रांसपोर्ट में माल भेज दें।
कानपुर, जेएनएन। थोक कारोबारियों ने अगर अब भी देर रात तक ट्रांसपोर्ट में माल भेजने का अपना कार्य जारी रखा तो माल एक दिन बाद ही पहुंचेगा। साथ ही रात में माल ट्रांसपोर्ट में रिसीव होनें में मुश्किल आएगी। रात आठ बजे से शुरू होने वाले कर्फ्यू को देखते हुए ट्रांसपोर्टरों ने सभी थोक कारोबारियों से कहा है कि वे शाम को जल्दी अपना माल भेजें ताकि रात आठ बजे से पहले ट्रकों को ट्रांसपोर्ट से रवाना किया जा सके।
कानपुर से किराना, लोहा, मशीनरी, कपड़ा, बर्तन, हार्डवेयर, चप्पल रोज ही ट्रांसपोर्ट के जरिए जाती हैं। यह माल ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड जाता है। कानपुर से थोक कारोबारियों का माल लेकर रोज ही करीब ढाई सौ ट्रक रवाना होते हैं। सामान्य दिनों में थोक कारोबारी अपना कार्य खत्म करने के समय माल ट्रांसपोर्ट के लिए रवाना करते हैं। इसके बाद पल्लेदार माल को ट्रांसपोर्ट पहुंचा देते हैं। इसके बाद देर रात तक माल रवाना हो पाता है लेकिन वर्तमान स्थितियां बदली हुई हैं।
रात में आठ बजे कर्फ्यू लगने की वजह ट्रांसपोर्ट भी बंद हो जाती हैं। ट्रांसपोर्टर पूरा प्रयास कर रहे हैं कि शाम साढ़े सात बजे तक ट्रक रवाना हो जाएं ताकि आठ बजे तक वे शहर के बाहर हो जाएं। इसी वजह से ट्रांसपोर्टरों ने थोक कारोबारियों को संदेश भेजे हैं कि वे छह बजे के करीब ट्रांसपोर्ट में माल भेज दें ताकि उसी समय माल को लिखकर रवाना कर दिया जाए। इस संबंध में यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष कटारिया का कहना है कि सभी थोक कारोबारियों को यह संदेश भेजा जा चुका है। अगर समय से थोक कारोबारी माल नहीं भेजेंगे तो उस माल को उस दिन रवाना नहीं किया जा सकेगा।