बीटेक के इलेक्टिव विषय बनाएंगे टेक्नोक्रेट, खोलेंगे सिविल सेवा में जाने के द्वार

जागरण संवाददाता कानपुर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Nov 2020 01:24 AM (IST) Updated:Wed, 18 Nov 2020 01:24 AM (IST)
बीटेक के इलेक्टिव विषय बनाएंगे टेक्नोक्रेट, खोलेंगे सिविल सेवा में जाने के द्वार
बीटेक के इलेक्टिव विषय बनाएंगे टेक्नोक्रेट, खोलेंगे सिविल सेवा में जाने के द्वार

जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी के बीटेक छात्र अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए ऐसे विषयों का चयन कर सकते हैं जो उनके लिए उपयुक्त हों। विश्वविद्यालय ने ऐसे विषय डिजाइन कर यह सुविधा दी है। इससे टेक्नोक्रेट बनने के साथ-साथ सिविल सेवा में जाने का द्वार भी खुलेगा। चार साल के कोर्स में 60 फीसद कोर विषय व 40 फीसद प्रतियोगी परीक्षा के विषयों का चुनाव किया जा सकेगा।

मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिॉनिक्स व मैकेनिकल समेत इंजीनियरिग की अन्य ब्रांच के छात्र छात्राओं के सामने ऐसे च्वाइस बेस्ड विषय हैं जो उनकी पसंद के अनुसार भविष्य तराशने व लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करेंगे। इन विषयों के साथ वह अपनी ब्रांच के साथ दूसरी पसंदीदा ब्रांच के कुछ विषय भी पढ़ सकेंगे। इससे छात्रों को रोजगार मिलने में आसानी होगी। विश्वविद्यालय ने अभी 20 से 25 इलेक्टिव विषयों को चुनने का विकल्प दिया है जबकि अगले सत्र से इनकी संख्या और बढ़ाई जानी है।

अधिकतम चार विषय ले सकते हैं छात्र

यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ. रवींद्रनाथ कटियार ने बताया कि बीटेक के दौरान छात्र अधिकतम पांच इलेक्टिव विषय ले सकते हैं। आमतौर पर मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स व केमिकल इंजीनियरिग ब्रांच के छात्र सिविल सेवा की तैयारी करते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए सर्वाधिक इलेक्टिव विषय इन्हीं ब्रांच में रखे गए हैं, ताकि छात्र-छात्राओं को इसमें फायदा मिले और पढ़ाई पूरी करने के साथ ही उन्हें नौकरी मिल सके। इधर-उधर भटकने से छात्रों का भविष्य खराब होता है।

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