छात्रों से पहले शिक्षकों को तैयार करेगा BSNL, आइआइटी कानपुर और मुंबई करेंगे सहयोग
शिक्षकों को उन्हें साइबर सिक्योरिटी रेंसमवेयर इंटरनेट मीडिया साइबर अटैक आदि की जानकारी दी जाएगी। वायरस के माध्यम से हैकर किस तरह से दस्तावेजों इंटरनेट साइट्स फेसबुक वाट्सएप ई-मेल आदि से अपराध कर सकते हैं। उनको रोकने के लिए क्या क्या किया जा सकता है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। पालीटेक्निक छात्रों के लिए नेटवर्किंग और इनफार्मेशन सिक्योरिटी के क्षेत्र में पारंगत करने की तैयारी है। इस वर्ष कंप्यूटर साइंस और इनफार्मेशन टेक्नोलाजी ब्रांच में इन विषयों को शामिल किया गया है। इसके लिए शिक्षकों की धार और पैनी की जा रही है। उन्हें बीएसएनएल की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण आठ नवंबर से गाजियाबाद के उच्चस्तरीय दूरसंचार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से आनलाइन संचालित होगा। इसमें उन्हें साइबर सिक्योरिटी, रेंसमवेयर, इंटरनेट मीडिया, साइबर अटैक आदि की जानकारी दी जाएगी। वायरस के माध्यम से हैकर किस तरह से दस्तावेजों, इंटरनेट साइट्स, फेसबुक, वाट्सएप, ई-मेल आदि से अपराध कर सकते हैं। उनको रोकने के लिए क्या क्या किया जा सकता है। किस तरह के सुरक्षा चक्र अपनाने से साइबर अपराधियों पर नकेल कसी जा सकती है। यह कार्यक्रम अलग अलग हिस्सों में संचालित किया जा रहा है। पहले चरण में प्रदेश भर की पालीटेक्निक से 90 शिक्षकों काे चयनित किया गया है। यह अपने यहां अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय और शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान की ओर से शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलाया जाएगा।
आइआइटी कानपुर और बाम्बे करेगा सहयोग
प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि शिक्षकों को आइटी, इनफार्मेशन टेक्नोलाजी, साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आदि के लिए आइआइटी बाम्बे (मुंबई) और कानपुर से सहयोग लिया जाएगा। आइआइटी कानपुर से बातचीत चल रही है। नए वर्ष की शुरूआत में प्रशिक्षण शुरू हो सकता है। आइआइटी बाम्बे के सहयोग से आनलाइन लाइब्रेरी की सुविधा विकसित की गई है।