Double murder : जालौन में अपहरण के बाद मामा-भांजे की निर्मम हत्या, जूतों से हो सकी शवों की पहचान

जालौन के उरई शहर के रहने वाले रिश्ते में मामा-भांजे पांच दिन पहले लापता हो गए थे और घर वाले थाने के चक्कर लगा रहे थे। लेकिन पुलिस संवेदनहीन बनी रही और न तो रिपोर्ट दर्ज की न ही उनकी तलाश कराई।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 09:52 AM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 09:52 AM (IST)
Double murder : जालौन में अपहरण के बाद मामा-भांजे की निर्मम हत्या, जूतों से हो सकी शवों की पहचान
उरई शहर में दोहरे हत्याकांड से सनसनी है।

जालौन, जेएनएन। उरई शहर कोतवाली क्षेत्र में कांशीराम शहरी आवास कालोनी से पांच दिन पहले लापता रिश्ते के मामा भांजे की हत्या कर शवों को जला दिया गया। सिरसा कलार क्षेत्र में उनके शव बरामद होने पर सनसनी फैल गई और जूतों से पहचान हो सकी। दोनों के लापता होने के बाद से स्वजन कोतवाली के चक्कर लगा रहे थे लेकिन पुलिस ने तलाश तो दूर गुमशुदगी की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। दोनों के शव मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली सामने आ गई है। दोहरे हत्याकांड से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल बना है।

उरई के मोहल्ला कांशीराम कालोनी निवासी 20 वर्षीय राशिद पुत्र बसीर एवं इंदिरा नगर निवासी नसीम पुत्र शेरखान 29 अप्रैल को संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे। दोनों रिश्ते में मामा भांजे थे और कोंच बस स्टैंड पर चूड़ी की दुकान पर बैठते थे। घटना वाले दिन ही नसीम की मां कपूरी देवी एवं राशिद की मां भूरी ने स्वजनों के साथ कोतवाली पहुंचकर अपने बेटों के लापता होने के संबंध में तहरीर दी। तहरीर में इंदिरा नगर निवासी रफीक एवं अनीश को नामजद करते हुए आरोप लगाया कि उन लोगों ने उनके बेटों के उठा ले जाने की धमकी दी थी, लेकिन पुलिस ने तहरीर को गंभीरता से नहीं लिया। उल्टा युवकों के लापता होने पर स्वजनों पर ही आरोप लगाते हुए उन्हें कोतवाली से भगा दिया।

इसके बाद व राशिद व नसीम के स्वजन कोतवाली के चक्कर लगाते रहे लेकिन पुलिस नहीं पसीजी। मंगलवार की सुबह सिरसा कलार थाना क्षेत्र के जंगल में दो शव मिले। शव बुरी तरह से जले हुए थे, जिससे उनको पहचान पाना मुश्किल था, लेकिन जूतों से उनकी पहचान पांच दिन से लापता नसीम व राशिद के रूप में हुई। इसके बाद युवकों के स्वजन रोते बिलखते हुए कोतवाली पहुंचे। कपूरी एवं रूबी का कहना है कि पुलिस ने उनके बेटों के अगवा करने वालों को पहले शिकायत मिलते ही पकड़ लिया होता तो उनकी जान बच गई होती। सीओ सिटी संतोष कुमार का कहना है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए तहकीकात की जा रही है। जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी